विकसित भारत संकल्प यात्रा में जन-भागीदारी
के मामले में छत्तीसगढ़ देश के अग्रणी राज्यों में हुआ शामिल
रायपुर। छत्तीसगढ़़ में 16
दिसम्बर को विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ हुआ था। यह फ्लेगशिप
योजना केन्द्र सरकार की प्रमुख योजनाओं में शामिल है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य
यह है कि पूरे राज्य में योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। जिससे पात्र
हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ मिल सके।
इसी के संदर्भ में भारत सरकार के पंचायती राज
मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव डॉ. के. चन्द्रशेखर ने सोमवार को देर शाम नवा रायपुर
में बैठक की है। जिसमें पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, कृषि एवं पशुपालन
विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे और छत्तीसगढ़ में संचालित विकसित भारत संकल्प
यात्रा की गतिविधियों एवं उपलब्धियों की समीक्षा की गई। बैठक में डॉ. चन्द्रशेखर
ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के व्यापक प्रचार के लिए मीडिया के सभी माध्यमों से
सम्पर्क करने के साथ ही इसका डाक्यूमेंटेशन भी किए जाने का सुझाव दिया है। साथ ही उन्होंने
स्थानीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्र के प्रतिभावान् लोगों का डाटाबेस भी समय से तैयार
करने के निर्देश दिए।
सचिव डॉ. के. चन्द्रशेखर ने छत्तीसगढ़ में संचालित
विकसित भारत संकल्प यात्रा में जन-भागीदारी में विशेषकर महिलाओं की बढ़-चढ़कर
भागीदारी पर प्रसन्नता जताई। संकल्प यात्रा में छत्तीसगढ़ के लोगों की औसत जन-भागीदारी
30 प्रतिशत
से अधिक है, जबकि इस यात्रा में जन-भागीदारी का राष्ट्रीय औसत 10 प्रतिशत
है। इस बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के
संयुक्त सचिव और विकसित भारत संकल्प यात्रा के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. गौरव सिंह, संचालक पशु
चिकित्सा सेवाएं डॉ. चंदन संजय त्रिपाठी,
उप सचिव कृषि तुलिका प्रजापति, डिप्टी कमिश्नर केशव वर्मा एवं
चन्द्रप्रकाश पात्रे मौजूद रहे।
केन्द्र सरकार की योजनाओं का जन-जन तक किया जा रहा
व्यापक प्रचार-प्रसार :
सुब्रत साहू
विकसित भारत संकल्प यात्रा की इस बैठक में अतिरिक्त
मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने छत्तीसगढ़ में यात्रा की गतिविधियों के बारे में विस्तार
से जानकारी दी। बताया कि इस यात्रा में मोबाइल वेन के माध्यम से केन्द्र सरकार की
योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। साथ ही इसमें लगे ऑडियो-वीडियो के
सहारे प्रधानमंत्री के संदेश का प्रसारण करने के साथ ही लाइव प्रोग्राम भी दिखाए जा
रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक यह यात्रा 1760
ग्राम पंचायतों में पहुंच चुकी है, जिसमें 12 लाख लोग
शामिल हुए हैं। महिलाओं की संख्या 6 लाख 42 हजार से
अधिक रही। उन्होनें बताया कि पंचायत में औसत रूप से 681 लोगों की
भागीदारी रही, जो कि जनसंख्या के हिसाब से 30 प्रतिशत से अधिक है। बताया की इस यात्रा
के माध्यम से 9.66 लाख लोगों ने विकसित भारत के सपने को साकार करने का संकल्प
लिया है। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना,
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, टीबी एवं सिकलसेल के संभावित मरीजों की स्क्रीनिंग के
अलावा जीवन ज्योति बीमा योजना, केसीसी कार्ड, लैण्ड रिकार्ड को
अपडेट किए जाने के साथ ही अन्य योजनाओं से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। गांवों में स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया है, जिसमें 3.63 लाख लोगों
का हेल्थ चेकअप करने के साथ-साथ टीबी एवं सिकलसेल बीमारी के परीक्षण को 3 लाख 12 हजार
लोगों की स्क्रीनिंग भी की गई है।
मेरी कहानी-मेरी जुबानी में बढ़-चढ़कर लोग ले रहें हैं
हिस्सा : डॉ. गौरव सिंह
संयुक्त सचिव एवं स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. गौरव सिंह
ने बताया कि इस दौरान क्विज प्रतियोगिता के साथ मेरी कहानी-मेरी जुबानी और धरती कहे पुकार
जैसी गतिविधियों में लोग खूब हिस्सा ले रहे है। बताया कि राज्य में लगभग 85 प्रतिशत आयुष्मान
कार्ड बनायें जा चुके है। छूटे हुए लोगों को भी कार्ड बनाकर दिया जा रहा हैं। 991 ग्राम पंचायतों
में लोगों को कार्ड बनाकर दिया जा चुका है। 1446
ग्राम पंचायतों में लैण्ड रिकार्ड अपडेट किया गया है। राज्य
में प्राकृतिक/जैविक खेती को प्रोत्साहित किए जाने के साथ ही ड्रोन डिमास्ट्रेशन
की गतिविधियां भी की जा रही है। इस यात्रा के जरिये अभी तक 5 हजार लोगों को
सुरक्षा बीमा से, 3251 लोगों
जीवन ज्योति बीमा योजना से, 31 हजार 600 महिलाओं को उज्ज्वला योजना का लाभ दिया जा चुका है। इस यात्रा
के दौरान 36691 महिलाओं, 41 हजार विद्यार्थियों,
4000 खिलाड़ियों तथा 8 हजार से अधिक कलाकारों को सम्मानित किया
गया है। 1036 किसानों
को केसीसी कार्ड, 19044 लोगों को आयुष्मान कार्ड बनाकर दिए गए है। मेरी कहानी-मेरी
जुबानी कार्यक्रम के अंतर्गत केन्द्र सरकार की योजनाओं से लाभान्वितों में से 43 हजार 380 हितग्राहियों
की कहानी संग्रहित की गई है।