Ayodhya News: पीएम मोदी शनिवार को अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि
इंटरनेशनल एयरपोर्ट व अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही वह अयोध्या को 16 हजार
करोड़ रुपये विभिन्न
परियोजनाओं की सौगात देंगे।
करोड़ों रुपयो की लागत से बना महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट
आधुनिक सुविधाओं से युक्त है, जो अयोध्या
के त्रेतायुगीन
वैभव की याद दिलाता है।
उल्लेखनीय है कि सनातन संस्कृति के अनुसार, विश्व का पहला साम्राज्य वैवस्वत मनु ने स्थापित किया गया था, जिसकी राजधानी अयोध्या थी।
इसी अयोध्या नगरी ने राजा शिवि के
बलिदान, भगीरथ की तपस्या, हरिश्चंद्र की सत्यवादिता, इक्ष्वाकु और रघु के पराक्रम ने सूर्यवंश का साक्षात्कार किया। इसी कुल में जन्मे प्रभु
श्रीराम द्वारा ‘राम राज’ के आदर्श को यथार्थ बनते देखा है। ऐसी वैभवशाली
अयोध्या सदियों की अपेक्षा और शौर्य के बाद आज एक बार फिर उठ खड़ी हुई है। साथ ही तेजी
से अपने पुराने वैभव की ओर बढ़ रही
है। जिसका पूरा श्रेय
पीएम मोदी की सोच और सीएम योगी के कुशल नेतृत्व को जाता है।
रामायण के काण्ड और पंचतत्वों से प्रेरित है
एयरपोर्ट की सजावट
कभी पुष्पक विमान का संचालन देख चुकी अयोध्या आज एक
बार फिर महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में हवाई यातायात से जुड़ने को
तैयार है। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी द्वारा 30
दिसंबर आज अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का लोकार्पण किया
जाएगा। इस एयरपोर्ट का वास्तु और डिज़ाइन बेहद ख़ास है। यह एयरपोर्ट पूरी तरह से भगवान श्रीराम के
जीवन से प्रेरित है। नागर शैली के आधार पर इसका विकास किया गया है।
इसके 7 शिखर हैं, जिसमें से एक मुख्य शिखर बीच में और आगे
3 और पीछे 3 शिखर हैं।
वहीं,
एयरपोर्ट पर प्रभु श्रीराम का चित्रण कई स्तरों पर किया गया
है। एयरपोर्ट के बाहर तीर-धनुष का बड़ा म्युरल लगाया गया है जो श्रीराम के
पुरुषार्थ का प्रतीक है। वहीं, एयरपोर्ट की लैंडस्केपिंग में रंगों के प्रयोग को पंच तत्वों
से प्रेरित होकर रखा गया है। एयरपोर्ट के मुख्य भवन में 7 खंबों का इस्तेमाल किया गया है जो
रामायण के 7 काण्ड को
दर्शाते हैं।