अयोध्या: 22 जनवरी को रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसको देखते हुए रामभक्तों के हृदय में विशेष आस्था देखी जा रही है। जो जिस से बन पा रहा है वह अपने आराध्य प्रभु श्रीराम को समर्पित करना चाहता है। यही वजह है कि अब रामलला के लिए धार्मिक बंधन भी टूटने लगे हैं। तीन तलाक पीड़ित महिलाओं ने रामलाल के लिए जो प्रतिज्ञा ली है वह चर्चा का विषय बनी हुई है।
बता दें कि तीन तलाक पीड़ित महिलाओं ने 26 जनवरी को रामलला के दर्शन करने की योजना बनाई है। इतना ही नहीं तीन तलाक पीड़ित महिलाएं भगवान राम के लिए विशेष वस्त्र भी बनवा रही हैं जो ट्रस्ट को भेंट करेंगी। यह वस्त्र बरेली की प्रसिद्ध जरी जरदोजी से तैयार किए जा रहे हैं। साथ ही वस्त्र में विशेष प्रकार के मोती जड़े जाएंगे। इसको लेकर तीन तलाक के विरोध में सदैव खड़ा रहने वाला मेरा हक फाउंडेशन विशेष तैयारी कर रहा है।
मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी का कहना है कि उनके साथ कई तीन तलाक पीड़ित महिलाएं राम मंदिर निर्माण के लिए 30 जिलों से सहयोग राशि भी एकत्रित कर रही हैं। अगर ट्रस्ट से अनुमति मिलेगी तो एकत्रित की गई धनराशि और रामलला को वस्त्र एक साथ समर्पित किए जाएंगे। फरहत नकवी कहती हैं कि जब उन्हें ईदगाद निर्माण के लिए हिंदू समुदाय द्वारा जमीन दान में मिल सकती है तो मेरा भी दायित्व बनता है कि वह राम मंदिर निर्माण में सहयोग करें।
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मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी का कहना है कि वह अपने सहयोगी महिलाओं के साथ बरेली, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद, मेरठ, प्रयागराज सहित 30 जिलों से सहयोग राशि एकत्रित कर रही हैं जो वह 26 जनवरी को अनुमति मिलने के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को समर्पित करेंगी।