बलिया (हि. स.): मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ अपने कड़े निर्णयों के लिए जाने जाते हैं, फिर वह चाहें कानून व्यवस्था हो ये कोई अन्य बड़ा निर्णय लेना हो। यह मुख्यमंत्री योगी के कड़े निर्णय का ही प्रभाव है कि बलिया जैसे अपराध बाहुल्य वाले जिले में अन्य वर्षों की अपेक्षा 2023 में अपराध कम हुआ। वर्ष 2023 में लूट व हत्या जैसे गंभीर अपराधों में भारी कमी दर्ज की गई।
हत्या के मामलों में 33 प्रतिशत की आई कमी
पुलिस अधीक्षक एस आनंद के आने के बाद अपराध को लेकर जिले की पुलिस और भी अधिक सक्रिय हुई है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2023 में जिले में लूट के मामलों में लगभग 75 प्रतिशत तक की कमी आयी है। जबकि हत्या के मामलों में 33 प्रतिशत की कमी आयी है। इस दौरान फिरौती और डकैती जैसे अपराध पर पूरी तरह से ब्रेक लगा है।
अपराधियों को दिलाई जा रही सजा
मुख्यमंत्री के कड़े तेवरों का परिणाम है कि महिला संबंधी एवं जघन्य अपराधों से संबंधित अभियोगों में आपरेशन कन्विक्शन के तहत जिले की पुलिस द्वारा कुल 195 को सजा दिलायी गयी है। जिसमें 21 अभियुक्तों को आजीवन कारावास,32 अभियुक्तों को 10 वर्ष से अधिक के कारावास की सजा व 142 अभियुक्तों को 10 वर्ष से कम की सजा न्यायालय द्वारा सुनायी गयी है।
सर्विलांस सेल की टीम ने किए सराहनीय कार्य
इस वर्ष पुलिस की सर्विलांस सेल टीम ने लगभग 38 लाख रूपये के 233 मोबाइल फोन रिकवर कर उनके स्वामियों को सुपुर्द किया है। इस दौरान पुलिस की साइबर सेल टीम द्वारा धोखाधड़ी कर निकाले गए 30 लाख 69 हजार तीन सौ 72 रूपये खाताधारकों के खाते में वापस कराए गए हैं। इसके साथ ही साथ साइबर सेल की टीम के द्वारा 28 लाख 58 हजार पांच सौ 51 रूपये खातों में होल्ड करवाया गया।
शराब माफियाओं के विरुद्ध कठोर कार्रवाई
साथ ही 28 हजार 538 लीटर देसी मदिरा एवं 20 हजार 781 लीटर अंग्रेजी मदिरा की बरामदगी की गयी है। 552 अपराधियों के विरूद्ध गुण्डा एक्ट की कार्रवाई की गयी है। जिसमें 97 के विरुद्ध जिला बदर की भी कार्रवाई हुई है। 111 अभियुक्तों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई कर 60 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
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गो तस्करों के विरुद्ध दर्ज किए जा रहे अभियोग
93 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोल कर निगरानी की जा रही है। गोवंश को लेकर भी पुलिस खासी सतर्क रही। बीते साल गोवध अधिनियम के तहत कुल दो सौ पशु बरामद कर 89 अभियुक्तों के विरुद्ध कुल 37 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं। पुलिस को अपराध पर अंकुश लगाने में सीसीटीवी कैमरों से खासी मदद मिली है।इसलिए ऑपरेशन दृष्टि के अन्तर्गत जनपद में कुल 1952 स्थानों पर 5484 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। जिसके माध्यम से कुल 32 मुकदमों को अनावरित करने में सफलता प्राप्त हुई।