नई दिल्ली- जापान के स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून मिशन (स्लिम) ने चांद की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिग कर ली है। इसके साथ ही जापान चांद पर पहुंचने वाला पांचवां देश बन गया है। जापान से पहले अमेरिका, रूस, चीन और भारत ने चंद्रमा की सतह पर अपने लैंडर उतारे हैं।
जापान की अंतरिक्ष एजेंसी जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जाक्सा) के मुताबिक जापान का मानवरहित अंतरिक्ष यान चंद्रमा पर पहुंच चुका है। चंद्रमा के अध्ययन के लिए भेजे गए स्मार्ट लैंडर ने टोक्यो के समय के अनुसार शनिवार देर रात 12:20 बजे चंद्रमा की सतह पर उतरा है। स्लिम यात्री वाहन के आकार का हल्का अंतरिक्ष यान है। साफ्ट लैंडिंग के लिए इसने ‘पिनपाइंट लैंडिंग’ तकनीक का उपयोग किया। उल्लेखनीय है कि चंद्रयान-3 मिशन के तहत भारत के विक्रम लैंडर ने 23 अगस्त, 2023 को चांद के दक्षिण ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग की थी।
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आपको बता दें कि चंद्रमा को छूने वाली पहली मानव निर्मित वस्तु 13 सितंबर 1959 को सोवियत संघ की लूना 2 थी । संयुक्त राज्य अमेरिका का अपोलो 11 , 20 जुलाई 1969 को चंद्रमा पर उतरने वाला पहला चालक दल मिशन था। 1969 और 1972 के बीच छह चालक दल वाले अमेरिकी यान की लैंडिंग हुई, और कई मानव रहित लैंडिंग भी हुईं, इसके बाद विश्व भर के देशों की कोई सॉफ्ट लैंडिंग नहीं हुई। संयुक्त राज्य अमेरिका एकमात्र ऐसा देश है जिसने चंद्रमा पर चालक दल के मिशन को सफलतापूर्वक संचालित किया है, आखिरी बार दिसंबर 1972 में चंद्रमा की सतह से प्रस्थान किया था। 3 जनवरी 2019 को चीनी चांग’ ई 4 अंतरिक्ष यान ने चंद्रमा के सुदूर हिस्से पर पहली लैंडिंग की।
भारत ने 23 अगस्त, 2023 को अपने चंद्रयान-3 मिशन को चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतारा, जिससे वह संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद ऐसा करने वाला चौथा देश बन गया। लैंडर विक्रम ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव को छुआ, एक ऐसा क्षेत्र जिसकी पहले कभी खोज नहीं की गई थी।
Japan becomes fifth country to land on surface of Moon