Ayodhya News: अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में प्रभु श्रीराम के बाल स्वरूप के विग्रह का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम आज सम्पन्न हुआ। देश और विदेशों में बसे सनातनी श्रद्धालुओं ने टीवी, स्मार्टफोन के माध्यमों से रामलला की अद्भुत छवि के दर्शन किए। इस दौरान पीएम मोदी और RSS प्रमुख मोहन भागवत ने गर्भगृह के अंदर पूजा अर्चना की।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने पूजा करने के बाद महात्मा गांधी के संदेश याद दिलाए।
उन्होंने कहा कि आज के आनंद का वर्णन शब्दों में नही किया जा सकता। इस आनंद को पाने के लिए पिछले 500 वर्षों में कितने लोगों ने खून-पसीना बहाया। उन सभी के लिए हम कृतज्ञ हैं। रामलला के साथ भारत का स्वाभिमान लौट आया है। उन्होंने कहा कि देश भर के छोटे-छोटे मंदिरों में रामभक्तों के अंदर भारी उत्साह की लहर है।
पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने आज की पूजा के लिए कठोर व्रत रखा। उन्होंने पीएम मोदी को एक तपस्वी बताया।
मोहन भागवत ने गांधीजी के विचारों को साझा करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि हमें लोभ नही करना चाहिए बल्कि हम सभी को अनुशासन में रहना चाहिए। सामाजिक जीवन में नागरिक अनुशासन का पालन करना ही देशभक्ति है।
अपने सम्बोधन के दौरान उन्होंने सभी को एकता का संदेश दिया। सभी को वाणी, मन और वचन से एक होने का आग्रह किया।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भगवान श्रीराम को 14 वर्षों के लिए वनवास जाना पड़ा। इसकी वजह अयोध्या में हो रही कलह थी। इस बार भी प्रभु श्रीराम दुनिया की कलह को मिटाकर वापस आए हैं। इस बार 500 वर्ष लगे हैं। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे विवाद होते रहते हैं।
उन्हें लेकर हमें लड़ाई करने की आदत को छोड़ना होगा।
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने आज के दिन के लिए कठोर तप किया। अब हमारी बारी है। राम राज्य आने वाला है इसलिए हमें भी सभी प्रकार की कलह को दूर करना होगा। राम में कोई अहंकार नहीं था। वह धर्म पथ पर चलने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम थे। हमें भी अब सेवा परोपकार की भावना के साथ रहना होगा। और दूसरों की मदद करनी होगी।