गाजीपुर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य सनातन धर्म के विरुद्ध जहरीले बयान देने के लिए जाने जाते हैं। समाज के बीच विष घोलने के आरोपों से घिरे रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर चर्चाओं में हैं। चर्चा में होने की वजह उनका नया बयान है, जो उन्होंने भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान की आलोचना समाजवादी पार्टी के नेताओं ने भी की है।
गाजीपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से सनातन के खिलाफ जहरीला बयान दिया। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा ढोंग और आडंबर है। अगर पत्थर की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करने से प्राण आ जाते हैं तो मुर्दों की भी प्राण प्रतिष्ठा करनी चाहिए। ताकि उसमें भी प्राण आ जाएं। स्वामी प्रसाद के इस बयान के बाद राम भक्तों में आक्रोश है।
वहीं, भाजपा स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान को अखिलेश यादव से जोड़कर देख रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह बयान अखिलेश यादव के इशारे पर दिया है। सिर्फ भाजपा ही नहीं, सपा में भी स्वामी प्रसाद के इस बयान के खिलाफ विरोध के स्वर फूटने लगे हैं। सपा नेता आईपी सिंह ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मौर्य ने यह बयान भाजपा के कहने पर दिया है।
आईपी सिंह ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य की पुत्री संघमित्रा मौर्य मंदिर में पूजा पाठ करती हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य प्राण प्रतिष्ठा को आडंबर बता रहे हैं। आईपी सिंह ने कहा स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा के इशारे पर हिंदू धर्म के खिलाफ ऐसे बयान दे रहे हैं ताकि पार्टी को नुकसान पहुंचाये। उन्होंने अखिलेश यादव से मांग किया कि स्वामी प्रसाद मौर्य को पार्टी से बाहर निकाला जाए।