लखनऊ: बिहार में जारी सियासी घमासान के बीच आईएनडीआईए गठबंधन के लिए उत्तर प्रदेश आई खबर घाव पर मरहम के समान है। यहां आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सपा, कांग्रेस और आरएलडी के बीच सीटों का फॉर्मूल तय हो चुका है।
इसकी पुष्टि अखिलेश यादव ने स्वयं अपने एक्स पोस्ट के माध्यम से की है। अखिलेश यादव ने सीट शेयरिंग फॉर्मूले की जानकारी देते हुए लिखा कि ‘कांग्रेस के साथ 11 मज़बूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है… ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा। ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी।’
हालांकि, कांग्रेस की तरफ से अभी तक सीट शेयरिंग को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। इसके पहले भी अखिलेश यादव ने कांग्रेस के साथ बिना चर्चा किए आरएलडी को 7 सीटें दी थीं। अब सपा प्रमुख ने कांग्रेस को 11 सीटें देने की बात कही है। अगर अखिलेश यादव के द्वारा तय किए गए फॉर्मूले पर कांग्रेस की सहमति मिलती है तो, जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी 7 सीटों पर कांग्रेस 11 सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ेगी।
बता दें कि यूपी में लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं। कांग्रेस 11, आरएलडी 7 सीटों को अगर छोड़ दे तो बाकी बची 62 सीटों पर समाजवादी पार्टी अपने प्रत्याशी उतारेगी। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती पहले ही अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी हैं। तो कुल मिलाकर आगामी लोकसभा चुनाव में आईएनडीआईए गठबंधन, बसपा और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के बीच त्रिकोणीय लड़ाई होगी।
आईएनडीआईए के सीट बंटवारे के सवाल पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि यह ज्यादा दिनों तक टिकने वाला नहीं है। जैसे-जैसे चुनाव करीब आएंगे वैसे-वैसे इस में दरारें सामने आने लगेंगी।