पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई चीफ इमरान खान को Cipher मामले में कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। इमरान खान को सत्ता में रहने के दौरान गुप्त जानकारियों के निजी इस्तेमाल करने के आरोप में 10 साल की सजा सुनाई गई है। उन्हें आधिकारक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है।इमरान के साथ-साथ उनके सहयोगी और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को भी 10 साल की सजा हुई है।
बता दें कि इमरान खान इस समय रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। स्पेशल कोर्ट का ये फैसला ऐसे मौके पर आया है जब पाकिस्तान में चुनाव होने वाले हैं और इमरान खान इस आम चुनाव में लड़ना चाह रहे थे। ऐसा माना जा रहा है कि अब दोनों नेताओं को 10-10 साल की सजा होने के बाद उनका चुनाव लड़ने का रास्ता लगभग बंद हो गया है। हालांकि अभी उनके पास ऊपरी अदालत में अपील करने का मौका बचा है। आपको ये भी बता दें कि चुनाव से ठीक पहले इमरान खान की पार्टी से उनका चुनाव चिन्ह बल्ला भी ले लिया गया था।
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Cipher केस क्या है ?
पाकिस्तान में इमरान खान और शाह महमूद कुरैशी के खिलाफ Cipher का ये मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। Cipher मामला पहली बार 27 मार्च 2022 को सामने आया था। दरअसल सत्ता से बेदखल होने के बाद इमरान खान ने एक रैली के दौरान कुछ कागजात लहराए थे। उन्होंने दावा किया था कि उन्हें सत्ता से हटाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय ताकतों द्वारा साजिश रची गई थी। इमरान खान पर आरोप है कि उन्होंने गुप्त जानकारी का निजी इस्तेमाल किया। आपको जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव होने हैं। उससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी वापस पाकिस्तान लौट आए हैं। नवाज शरीफ साल 2019 में पाकिस्तान छोड़ कर ब्रिटेन में जा बसे थे। अभी हाल ही में हाईकोर्ट ने नवाज शरीफ को जमानत पर छूट दी थी, जिसके बाद वे पाकिस्तान वापस आए हैं।