Lucknow News- उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति
मंत्री जयवीर सिंह ने बुधवार को भगवान महावीर को नमन करते हुए कहा कि उनके द्वारा
दिए गए अहिंसा, करुणा, अपरिग्रह, सदाचार और
शाकाहार के कालजयी संदेश आने वाली पीढ़ियों का मार्ग आलोकित करता रहेगा। उन्होंने
कहा कि प्राचीनकाल में फिरोजाबाद के शासक जैन राजा चंद्रसेन थे और फिरोजाबाद का
नाम चंद्रनगर था। मगर 15वीं सदी में विदेशी आक्रांताओं ने नाम परिवर्तित
करके उसका नाम फिरोजाबाद कर दिया था। अब योगी सरकार इसका पुराना नाम चंद्रनगर फिर
से करने जा रही है। नगर निगम की बैठक में प्रस्ताव पास किया जा चुका है।
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लखनऊ के गोमती नगर स्थित उप्र जैन विद्या शोध
संस्थान का 33वां स्थापना दिवस पर समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर उत्तर प्रदेश
के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने जैन शोध संस्थान परिसर में स्थापित महावीर की
प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि 22वें तीर्थंकर नेमिनाथ की जन्मस्थली
शौरीपुर और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी की जन्मस्थली बटेश्वर
का विकास 138 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है।
जयवीर सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में 24वें
तीर्थंकर महावीर का मोक्ष कल्याणक सालभर जैन संस्थान के उपाध्यक्ष डॉ अभय कुमार
जैन के नेतृत्व में संस्थान और सहयोगी संस्थानों के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने कहा
कि भारत देश 2047 तक विश्व गुरु की भूमिका में होगा।
पीठाधीश रविंद्रकीर्ति स्वामी ने कहा कि
अयोध्या में पांच जैन तीर्थंकरों का जन्म हुआ है। यह भूमि श्रीराम जन्मभूमि के रूप
में भी अत्यंत पवित्र है। विशेष सचिव संस्कृति राकेश शर्मा ने भी विचार व्यक्त
किए। उपाध्यक्ष
प्रो. डॉ अभय कुमार जैन ने भाषण में कहा कि हम महावीर के विचारों को जन-जन तक
पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। निदेशक अमित अग्निहोत्री एवं बौद्ध संस्थान के
निदेशक डॉ. राकेश सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया।