Varanasi News- ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यासजी के तहखाने पर फैसले को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बयान पर काशी के संतों में
नाराजगी देखने को मिली। विवादास्पद बयान को लेकर अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने बोर्ड के
पदाधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि, यह देश संविधान से चलेगा।
वाराणसी के ज्ञानवापी के व्यासजी तहखाना
पर न्यायालय के निर्णय को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने प्रेस
कॉन्फ्रेंस की थी। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि ज्ञानवापी में
जो हो रहा है, उससे वे सदमे में हैं। वे इस वाद को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में जाएंगे। बोर्ड ने कहा कि न्यायालय ने इस निर्णय को
जल्दबाजी में लिया है।
काशी के संतों में नाराजगी
अखिल भारतीय संत समिति ने कहा है कि ऑल
इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड ने बेहद गैर जिम्मेदाराना और असंवैधानिक बयान दिया
है। स्वामी जितेन्द्रानंद ने इस बयान को धमकियों वाला बताया है। उन्होंने कहा कि अखिल
भारतीय संत समिति ने इसे गंभीरता से लिया है। स्वामी जितेन्द्रांनद ने कहा कि यह
देश संविधान से चलेगा। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि किसी
की कृपा से नहीं बल्कि संविधान और न्यायालय से प्राप्त किया गया है। श्री कृष्ण जन्मभूमि और
श्री काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी भी हम न्यायालय से ही प्राप्त करेंगे। हमारी आस्था
संविधान में है।
वाराणसी में दुकानों की बंदी
पर नाराजगी
व्यासजी के तहखाने में हिंदू पक्ष को पूजा का अधिकार
मिलने पर नाराज मुस्लिम पक्ष ने वाराणसी बंद का ऐलान किया था। इस पर काशी के संतों ने नाराजगी जताकर इसे न्यायालय की अवहेलना
बताया है। अखिल भारतीय संत समिति ने कहा कि यह देश संविधान से चलेगा। काशी के
सम्मान को ठेस पहुंचाने वालों को काशी कभी माफ नहीं करेगी।