लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय के 100 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। इस अवसर पर विश्व विद्यालय परिसर स्थित विज्ञान संकाय के सामने विशालकाय स्वागत द्वार बनाया गया है। विशालकाय स्वागत द्वार के ऊपर वैसे ही गुंबद बना है, जैसे कि विश्वविद्यालय के मुख्य भवन के ऊपर निर्मित है। स्वागत द्वार को अंतिम रूप देते हुए पत्थरों से सुशोभित किया जा रहा है।
लखनऊ विश्वविद्यालय के रजिस्टार डॉ विनोद ने मीडिया को बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय के विभिन्न द्वारों में द्वार संख्या एक अपने आप में विशालकाय है। लेकिन, उसके कुछ मीटर भीतर बने होने के कारण उसके स्वरूप को सड़क से देखा नहीं जा सकता। इस कारण कुलपति और विश्वविद्यालय समिति की ओर से विशालकाय द्वार बनाने के उद्देश्य से योजना बनाई गई। तीन माह के कार्य अवधि के उपरांत द्वार के निर्माण की प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया गया है।
100वें वर्ष में कई कार्यक्रमों की योजना
रजिस्ट्रार डॉ विनोद ने कहा कि शतक वर्ष में कई कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। विश्वविद्यालय की विभिन्न संकायों में विभिन्न कार्यक्रम होने हैं। इसके लिए संकायाध्यक्षों की बड़ी भूमिका तय की गई है। विश्वविद्यालय परिवार अपने 100 वर्ष को हर्ष उल्लास के साथ पूरा करेगा।
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छात्र-छात्राओं को सेल्फी का इंतजार
लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को सेल्फी के लिए स्वागत द्वार का इंतजार है। उनके अनुसार वे चाहते हैं शीघ्र ही स्वागत द्वार बनकर तैयार हो। जिसके बाद वे द्वार के सामने खड़े होकर सेल्फी ले सकें। संकाय के साथियों और प्रोफेसरों के साथ ग्रुप में फोटो लेने की भी उनकी इच्छा है।