विशाखापट्टनम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 396 रन बनाए हैं। दूसरे दिन यानि शनिवार को भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और रविचंद्रन अश्विन ने क्रीज पर आकर टीम का स्कोर 336 रन से आगे बढ़ाना शुरू किया। एक छोर पर डटे यशस्वी के शानदार दोहरे शतक की बदौलत भारतीय टीम ने इंग्लैंड के सामने पहली पारी में अच्छा स्कोर अर्जित किया।
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यशस्वी का शानदार दोहरा शतक
यशस्वी जायसवाल के टेस्ट करियर का ये पहला दोहरा शतक है। इस शतक के साथ उन्होंने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। वे भारत के लिए टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। उनकी उम्र अभी 22 साल है और इतनी कम उम्र में उन्होंने ये खास उपलब्धि हासिल की है।
मैच के दौरान यशस्वी इंग्लैंड की टीम पर अकेले ही भारी रहे। जहां दूसरे छोर से एक के बाद एक खिलाड़ी आउट होकर पैवेलियन लौट रहे थे, वहीं यशस्वी ने अपना छोर मजबूती के साथ पकड़ रखा था। यशस्वी ने अपनी पारी के दौरान 209 रन बनाए और इसमें उन्होंने 19 चौके और 7 छक्के लगाए। बता दें कि भारत के लिए टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी विनोद कांबली रहे हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 1993 में शतक जड़ा था। तब कांबली 21 साल और 35 दिन के थे। दूसरा दोहरा शतक भी विनोद कांबली के नाम ही दर्ज है, जो उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ 1993 में ही बनाया था। इस लिस्ट में सुनील गावस्कर का नाम भी शामिल है। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 220 रन बनाए थे। उस समय गावस्कर 21 साल और 283 दिन के थे। इनके बाद अब यशस्वी का नाम जुड़ गया है। यशस्वी ने 22 साल और 37 दिन की उम्र में ये कारनामा कर दिखाया है।
दोहरा शतक लगाने वाले चौथे लेफ्ट हैंडर बैट्समैन
यशस्वी जायसवाल भारत के लिए टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले चौथे लेफ्ट हैंडर बैट्समैन बन गए हैं। उनसे पहले सौरव गांगुली, विनोद कांबली और गौतम गंभीर ये कमाल कर चुके हैं। सौरव गांगुली ने 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ 239 रन बनाए थे, जबकि कांबली ने जिम्बाब्वे और इंग्लैंड के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था। वहीं गौतम गंभीर ने 2006 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था.