अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज शनिवार को राम मंदिर निर्माण समिति की पहली बार बैठक होगी। इस बैठक में शामिल होने के लिए मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र शुक्रवार को अयोध्या पहुंच गए थे। शुक्रवार को ही नृपेंद्र मिश्रा ने राम मंदिर के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।
राम मंदिर निर्माण समीति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने अयोध्या पहुंचते ही सबसे पहले तीर्थयात्री सुविधा केंद्र के निर्माण कायों को परखा। इसको लेकर इंजीनियर्स ने बताया कि तीर्थयात्री सुविधा केंद्र के फर्स्ट फ्लोर और लिफ्ट का भी काम अभी बाकी है। मंदिर में छह हजार लॉकर की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके बाद दूसरे तल का निर्माण कार्य शुरू होगा और इसे दिसंबर अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
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अब तक कितना हुआ कार्य
बता दें कि अब तक मंदिर के प्रथम तल का कार्य लगभग 85 फीसदी तक पूरा हो चुका है। वहीं, दूसरे तल का काम अगले महीने यानि मार्च में शुरू होगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद एक बार फिर से मंदिर निर्माण के कार्यों को जोरों-शोरों के साथ शुरू करने की तैयारी हो रही है।
10 फरवरी से फिर शुरू होगा निर्माण कार्य
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होने के कारण मंदिर के निर्माण कार्यों को बीते 15 जनवरी से रोक दिया गया था। अब प्राण प्रतिष्ठा के बाद एक बार फिर से मंदिर निर्माण कार्यों को गति देने की तैयारी हो रही है। 10 फरवरी से एक बार फिर से राममंदिर के प्रथम तल का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। रामलला के दर्शन चालू हो जाने के कारण हर रोज हजारों की संख्या में रामभक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं। इस वजह से दिन के वक्त निर्माण का कार्य उन जगहों पर होगा, जहां यात्री नहीं पहुंचते हैं और रात के समय वहां निर्माण कार्य किया जाएगा, जहां तक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। दरअसल 2 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने के बाद 23 जनवरी से मंदिर को आम जनता के लिए खोल दिया गया है। मंदिर खुलने के बाद से ही हजारों की संख्या में रामभक्त दर्शन के लिए वहीं पहुंच रहे हैं।