Bagpat
News- बागपत
जिला जेल कार्यालय के लिपिक ने सरकारी आवास में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। फोन न
उठाने पर साथी ने कमरे में देखा तो शव फंदे पर लटका मिला। पुलिस ने शव का पंचनामा
भरकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। मौके पर पहुंची फारेंसिक टीम ने जांच शुरू कर दी
है।
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उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर के रहने वाले सूर्यकांत चौहान
बागपत जिले की जिला जेल में कनिष्ठ सहायक पद पर कार्यरत थे। मृतक सूर्यकांत चौहान के
पिता कमलकांत भी जेल पुलिस में थे। उनकी मौत के बाद सूर्यकांत को मृतक आश्रित में
नौकरी मिली थी। मंगलवार की शाम सूर्यकांत जेल से ड्यूटी के बाद आवास पर गए हुए थे, लेकिन बुधवार को
वह ड्यूटी पर वापस नहीं लौटे। शाम को नीचे वाले आवास में रहने वाले पीएसी के
सिपाही ने सूर्यकांत को फोन किया था,
परन्तु
फोन रिसीव नहीं हुआ। कुछ देर बाद पीएसी जवान ने उनके
आवास का दरवाजा खटखटाया, इसके
बाद भी दरवाजा अंदर से नही खोला गया द उन्होंने अंदर झांक कर देखा तो हैरान रह गए।
उन्होंने देखा की सूर्यकांत का शव फंदे पर लटक रहा है।
दरवाजा तोड़कर वह अंदर घुसे, जांच में जुटी पुलिस
शोर मचाने पर आसपास के कर्मचारी व पुलिस घटना स्थल पर पहुंचे।
दरवाजे की कुंडी अंदर से लगी हुई थी। दरवाजा तोड़कर वह अंदर घुसे। इसके साथ ही
पुलिस को सूचना दी। सूचना पर मौके पर पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और शव को
पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी भेजा। पता लगने पर फारेंसिक टीम ने भी कमरे की जांच
पड़ताल की है। खेकड़ा कोतवाली प्रभारी राजवीर सिंह का कहना है कि शव पोस्टमार्टम के
लिए भेज दिया। मामले की जांच की जा रही है।