Amethi news: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। जिसे देख हर कोई हैरान रह गया। कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर खबर आ रही थी कि जायस के खरौली गांव में एक परिवार को साधु के वेश में उनका बेटा वापस मिल गया है। लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। खोया हुआ बेटा अरुण नहीं, बल्कि खोये हुए बेटे के वेश-भूषा में नफीस नाम का एक युवक है जो परिजनों से लाखों रुपए लूटने की मंशा से आया हुआ था।
मीडिया रिपोर्टस ने ठग नफीस को लेकर किया बड़ा खुलासा
एक मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, खरौली गाँव में 22 साल पहले खोये हुए बेटे अरुण की राह तकते -तकते परिजनों का हाल इस कदर हो गया था कि उनके बेटे के रूप में आए धोखेबाज साधु को वो पहचान न सके। फिर क्या, ठग नफीस के झांसे में आकर उसे अपना बेटा मानते हुए उसे रोकने की कोशिश करने लगे। पीड़ित परिजन धोखेबाज साधु को अपना बेटा समझकर ये सोचने लगे कि अब मेरा बेटा साधु का भेष छोड़ गृहस्थ जीवन जीने लगे। पहले तो इसके लिए उस शख्स ने मना किया, लेकिन, फोन पर कहने लगा कि उसे वापस पाने के लिए उसके मठ को 10 लाख रुपए देने होंगे।
लेकिन, खोये हुए बेटे के मोह में पीड़ित परिजनों को इतना ध्यान नहीं रहा कि ये बेटे के वेश में एक बहरूपियाल है, जो पैसे हड़पने के लिए आया हुआ है। साधु की चाल से अंजान परिवार ने बेटा वापस पाने के लिए अपनी 14 बिघा जमीन बेच दी थी।
3 लाख 60 हजार में जाकर तय हुआ सौदा
आपको याद दिला दें कि, पूरा सौदा 3 लाख 60 हजार में जाकर तय हुआ। लेकिन, गनीमत रही कि अचानक इस बारे में भनक लगी कि जिस लड़के के लिए परिवार अपना सबकुछ बेचने को तक तैयार हो गया है वो उनका बेटा नहीं, बल्कि ठग नफीस है जो गोंडा के टिकरिया गाँव का रहने वाला है। वहाँ के कुछ लोग ठगी के आरोप में जेल तक जा चुके हैं। ठग नफीस का सगा भाई राशिद भी 29 जुलाई 2021 को जोगी के रूप में मिर्जापुर के सहसपुरा परसोधा गाँव जा पहुँचा था। जहां बुधिराम विश्वकर्मा का बेटा रवि 14 साल पहले गायब हो चुका था। उस परिवार ने भी राशिद को अपना बेटा रवि समझ कर उसे घर में पनाह दे दिया था। जिसके बाद ठग राशिद लाखों रुपए लेकर फरार हो गया था।
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वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले की जांच में जुटी पुलिस जांच-पड़ताल में पता चला की ठग नफीस ने जिस मठ का नाम बताया था वैसा कोई मठ झारखंड में है ही नहीं। इस घटना को देखते हुए पुलिस ने लोगों को ऐसे ठगो से सावधान रहने की हिदायत दी है। साथ ही पुलिस ने पीड़ित परिवार को आश्वासन देते हुए कहा है कि परिवार के साथ किसी भी प्रकार की धोखाघड़ी नहीं होने दी जाएगी।