New Delhi News- फायर पॉवर डेमोंस्ट्रेशन में एयरफोर्स के 100 से
ज्यादा लड़ाकू विमानों ने अपनी ताकत और आक्रामक क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
जैसलमेर की चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में युद्धाभ्यास की शुरुआत होते ही फील्ड
फायरिंग रेंज का नजारा किसी युद्ध के मैदान की तरह ही दिखाई दे रहा था। इस दौरान
चांधन रेंज वायु सेना के लड़ाकू हेलीकॉप्टर मिसाइलों के धमाकेदार विस्फोटों और दर्शकों
की तालियों से गूंज उठी। वायु शक्ति प्रदर्शन कार्यक्रम में देश के चीफ ऑफ डिफेंस
स्टाफ जनरल अनिल चौहान, वायु सेनाध्यक्ष और नौ सेनाध्यक्ष मुख्य अतिथि के रूप में
मौजूद रहे।
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वायु शक्ति के युद्धाभ्यास की
शुरुआत भारतीय राष्ट्रगान और वायु वीरों ने चेतक हेलीकॉप्टर से राष्ट्रीय ध्वज और
भारतीय वायु सेना का ध्वज लहराकर की। इसके अलावा राफेल विमान की ओर से सोनिक
बूम बनाया गया। निचले स्तर पर उड़ान भर रहे दो जगुआर विमानों ने राफेल का पीछा
किया और क्षेत्र की उच्च निष्ठा वाली टोही तस्वीरें लीं। इस अभ्यास की थीम आकाश से
बिजली का प्रहार को ध्यान में रखते हुए किया गया।
जिसमें 120 से अधिक विमानों ने दिन व रात में एलएएफ की आक्रामक क्षमताओं का
प्रदर्शन किया।
राफेल, तेजस, मिराज-2000, मिग-29, एसयू-30
एमकेआई और हॉक समेत भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने घातक सटीकता के
साथ जमीन और हवा में दुश्मन के नकली ठिकानों पर हमला किया और उन्हें नष्ट करने का
काम किया। यह हमले कई तरीकों से सभी दिशाओं में किए गए। इस
कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के सटीक युद्ध सामग्री के साथ ही पारंपरिक बम और
रॉकेट का उपयोग भी किया गया। आत्मनिर्भर भारत के प्रति एलएएफ की दृढ़ प्रतिबद्धता
को साबित करते हुए स्वदेश निर्मित तेजस विमान ने अपनी स्विंग रोल क्षमता का
प्रदर्शन भी किया। इसके अतिरिक्त एक मिसाइल के साथ एक हवाई लक्ष्य को नष्ट कर
दिया। इसके बाद बमों के साथ एक जमीनी लक्ष्य पर हमला किया गया।