छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में बलिदान हुए जवान रामअशीष यादव का मंगलवार को उनके पैतृक गांव बलिया के असनवार में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बता दें कि रविवार की शाम को नक्सलियों के हमले में सेना के जवान रामअशीष यादव वीरगति को प्राप्त हुए थे, जिसके बाद उनके परिवार और गांव में शोक की लहर थी।
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पैतृक गांव असनवार में हुआ अंतिम संस्कार
छत्तीसगढ़ के मिरतुर जिले में रविवार की शाम को हुए नक्सली हमले में जवान रामअशीष यादव वीरगति को प्राप्त हुए थे। हालांकि बलिदानी रामअशीष यादव का परिवार छत्तीसगढ़ में ही रहता है,, लेकिन उनके पैतृक गांव के लोगों के विशेष अनुरोध पर सेना की टुकड़ी पार्थिव शरीर को लेकर बलिया के असनवार गांव पहुंची,, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
पुष्प चक्र चढ़ाकर दी गई श्रद्धांजलि
जैसे ही बलिदानी रामअशीष का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा, घर के सभी नाते-रिश्तेदारों की भीड़ जमा हो गई। सभी ने हुतात्मा रामअशीष के अंतिम दर्शन किए। इस दौरान जिले के डीएम रविन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक देवरंजन वर्मा, सीओ सदर शुभ सुचित, एसएचओ संजय शुक्ल और एसडीएम सदानंद सरोज ने मां भारती के सपूत को पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी।
भावुक हुए सभी परिजन
बलिदानी सैनिक के भाई और सेना से रिटायर्ड सूबेदार रामसेवक यादव ने रामअशीष को याद करते हुए कहा कि वे अपने भाई के बलिदान से दुखी जरूर हैं, लेकिन उन्हें गर्व भी है। उन्होंने कहा कि वे गौरवान्वित इस बात को लेकर हैं कि भारत माता की रक्षा करते हुए उनके भाई ने बलिदान दे दिया।
बता दें कि असनवार में वर्ष 2022 में भी सेना के सूबेदार रामबदन यादव बॉर्डर पर देश की रक्षा करते हुये बलिदान हो गए थे। इसके बाद अब एक और सैनिक के वीर गति को प्राप्त होने से सारा गांव फिर से शोकाकुल हो गया है।