रायपुर: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 22 जनवरी को छत्तीसगढ़ में शुष्क दिवस रहेगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस महत्वपूर्ण अवसर पर शुष्क दिवस किये जाने की मंगलवार को घोषणा की थी। इसके परिपालन में आबकारी विभाग ने आज बुधवार को निर्देश जारी किये हैं।
उल्लखनीय है कि बीते कल मुख्यमंत्री ने अपने वीडियो संदेश में कहा था कि,यह हमारा सौभाग्य है कि छत्तीसगढ़ भगवान श्री राम का ननिहाल है। अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। इसके चलते देश भर में और छत्तीसगढ़ में उत्साह का माहौल है। जनआस्था को देखते हुए छत्तीसगढ़ में इस दिन शुष्क दिवस घोषित करेंगे। जारी आदेश में राज्य में स्थित समस्त देशी मदिरा एवं विदेशी मदिरा की फुटकर दुकानों, रेस्टॉरेन्ट-बार, होटल-बार, क्लब आदि को बंद रखने “शुष्क दिवस” घोषित किये जाने के निर्देश सभी कलेक्टरों को दिये गये हैं।
साथ ही समस्त जिला कार्यालयों व संभागीय एवं राज्य स्तरीय उड़नदस्ता के द्वारा अवैध मदिरा के परिवहन एवं विक्रय के रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाये जाने के लिए कहा गया है। इस हेतु जांच दल गठित कर अवैध मदिरा संग्रहण के संभावित ठिकानों एवं वाहनों की जांच किये जाने एवं दोषियों के विरूद्ध अपराध कायम किये जाने के लिए कहा गया है। शुष्क दिवस से संबंधित निर्देशों का कड़ाई से पालन करने कहा गया है।
यह भी पढे़ं: अलौकिक, अभूतपूर्व, अविस्मरणीय होगा रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह : सीएम योगी
बता दें कि सनातन मान्यताओं के अनुसार छत्तीसगढ़ को भगवान राम का ननिहाल माना जाता है। पुराणों में इस बात का उल्लेख मिलता है कि प्रभु श्रीराम की माता कौशल्या महाकौशल के राजा भानुमंत की पुत्री थीं। महाराज दशरत और माता कौशल्या का विवाह होने के बाद राजा भानुमंत ने कौशल्या को दस हजार गांव भेंट में दिए थे, जिसमें उनका जन्म स्थान चंद्रपुरी भी शामिल था। यहां माता कौशल्या का भव्य मंदिर बना हुआ है।