22 जनवरी 2024 को अयोध्या में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जोर-शोर से जुटी हुई है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रामलला अपने जन्मभूमि मंदिर में विराजमान होंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को भव्य बनाने की योजना है। इसके लिए नेपाल, कंबोडिया, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड और इंडोनेशिया जैसे देशों की रामलीला मंडलियों के कलाकार आमंत्रित किए जा रहे हैं।
ये भी पढ़ें- नमामि गंगे टीम ने सनातन संस्कृति के प्रतीक बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर की उतारी आरती
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, कर्नाटक, सिक्किम, केरल, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और चंडीगढ़ से भी रामलीला मंडलियों को बुलाया जा रहा है, जो प्रभु श्रीराम के जीवन पर आधारित विभिन्न प्रसंगों की प्रस्तुतियां देंगी। तुलसी भवन स्मारक स्थित तुलसी मंच पर देश-विदेश की विभिन्न रामलीलाओं का मंचन प्रस्तावित है। रामलीला मंचन के लिए सरकार की तरफ से दो करोड़ रुपए की धनराशि खर्च की जाएगी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, लोक परंपराएं समाज में प्रभु श्रीराम के आदर्शों को अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से जीवंत बनाए हुए हैं। उनके आदर्श वर्तमान के साथ-साथ भावी पीढ़ी को भी प्रेरणा देते रहेंगे। जनवरी में पूरे विश्व से लाखों श्रद्धालु अयोध्या और प्रदेश के अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक शहरों की यात्रा करेंगे। इसे ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से अन्य प्रांतों के श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन के लिए निमंत्रण दे चुके हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ गोरक्ष पीठाधीश्वर भी हैं। आध्यात्मिक रूप से उन्होंने उत्तर प्रदेश को नई पहचान दी है।
बता दें कि अयोध्या में रामकथा पार्क के पुरुषोत्तम मंच, भजन संध्या स्थल के सरयू मंच, तुलसी उद्यान के काकभुसुंडि मंच और तुलसी स्मारक भवन के तुलसी मंच पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन होगा।