महाराष्ट्र: देश में अवैध रूप से रह रहे म्यांमार के 8 रोहिंग्या मुस्लिमों को गिरफ्तार किया है। इस सभी रोहिंग्या मुस्लिमानों को 26 फरवरी को उत्तान सागरी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनकी आयु 25 से 55 वर्ष के बीच है। यह सभी हिंदी बोलने में निपुण हैं। इसीलिए अब तक इन पर किसी को संदेह नहीं हुआ। सभी आठों रोहिंग्या मुसलमानों पर विदेशी अधिनियम के साथ-साथ भारती पासपोर्ट अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं।
महाराष्ट्र पुलिस ने जिन 8 रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान हामिद हुसैन अली अकबर (55), नूरुल अमीन यूसुफ अली (52), अली हुसैन अब्दुल सोबी (49), अमीर हुसैन असद अली (42), मोहम्मद जौहर नूर मोहम्मद (39), कमाल हुसैन नूर कमाल (35), मोहम्मद जाकिर हुसैन अबू आलम (30) और इमाम हुसैन अब्दुल कासिम (25) के रूप में हुई है।
उत्तान सागरी पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि चौकगांव के घाट पर कुछ संदिग्ध लोग मछली पकड़ने पहुंचे हैं। सूचना मिलने के पर पुलिस ने वहां छापामारी की। फिर आठों को वहां से गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले भी पुलिल ने इन्हें पकड़ने का प्रयास किया था। लेकिन, तब यह सभी चकमा देकर फरार हो गए थे। इस सभी के पास से भारत में रहने का कोई वैध दस्तावेज नहीं है।
पुलिस इन रोहिंग्या मुस्लिमों को जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश करने के बाद हिरासत मंजूर कराई है। साथ ही महाराष्ट्र पुलिस ने नई दिल्ली स्थित म्यांमार के दूतावास से अप्रवासी विवरण मांगा है। पूछताछ में सभी आरोपियों ने बताया है कि उनके परिवार जम्मू-कश्मीर में रहते हैं।
बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों द्वारा भारत की सीमा में अवैध रूप से घुसपैठ जारी है। यह सभी भारत की सीमा में घुसकर अवैध वोटर व आधार कार्ड भी बनवाने में सफल हो जाते हैं। चालबाजी में माहिर बांग्लादेश और म्यांमार के यह नागरिक मृत लोंगों के दस्तावेज अपने नामों पर हस्तांतरण करा कर देश में बेफिक्र होकर घूमते हैं। हालांकि, राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) अब सक्रिय हो गई है। अवैध रूप से देश के कोने-कोने में रह रहे बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों को पकड़कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।