अयोध्या: विपक्षी दल के नेताओं द्वारा भगवान राम पर अमर्यादित टिप्पणी करने का क्रम रुक नहीं रहा है। अब शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने भगवान राम को लेकर जो विवादित टिप्पणी की है उससे राम भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं।
बता दें कि जितेंद्र आव्हाड ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भगवान राम मांसाहारी थे, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है। महाराष्ट्र से लेकर देश के कोने-कोने में रहने वाले राम भक्त जितेंद्र आव्हाड की इस टिप्पणी का विरोध कर रहे हैं। महाराष्ट्र में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जितेंद्र आव्हाड के अभद्र टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन करना प्रारंभ कर दिया है।
राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने शरद पवार गुट के एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई हैं। उन्होंने कहा कि एनसीपी के नेता जो बोल रहे हैं वो पूर्ण असत्य है।
उन्होंने आगे कहा कि किसी भी शास्त्र में ऐसा नहीं लिखा है कि भगवान जब वनवास के लिए गए थे,तब उन्होंने मांस खाया। सभी जगह लिखा है कि उन्होंने कंद-मूल फल खाए। शास्त्र ही प्रमाण हैं। जितेंद्र आव्हाड का यह विचार निंदनीय हैं।
वहीं, भगवान राम पर दिए गए विवादित बयान के विरोध में महाराष्ट्र भाजपा के कार्यकर्ता जितेंद्र आव्हाड के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। महाराष्ट्र के भाजपा नेता राम कदम ने भगवान राम को “मांसाहारी” बताने वाले बयान पर राकांपा-शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड के विरोध में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
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प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद उन्होंने कहा कि पुलिस ने हमें आश्वस्त किया है कि वीडियो फुटेज की जांच करके उनके (जितेंद्र आव्हाड) खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ये प्रभु रामचंद्र जी के दिए गए आदर्शों पर चलने वाली सरकार है। महाराष्ट्र की भूमि पर हम किसी को भी देवी-देवताओं का अपमान नहीं करने देंगे।