मुजफ्फरनगर: जिले में बरामद टाइमर बम के मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड महिला इमराना को शनिवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। सुरक्षा एजेंसियों की जांच को देखते हुए इमराना ने अपने मोबाइल को तोड़कर फेंक दिया था। एजेंसियों ने इमराना से जब पूछताछ की तो कई सवालों के जवाब संतोषजनक नहीं मिले। जिसको देखते हुए राज उगलवाने के लिए पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। वहीं, दूसरी तरफ टाइम बम बनाने वाले आरोपी जावेद के मोबाइल को सील कर पुलिस फॉरेसिंक जांच के लिए लैब भेजने की तैयारी कर रही है।
टाइमर बम बनवाने की मास्टरमाइंड इमराना को पुलिस ने उसके घर से हिरासत में लिया। जिसके बाद उससे पूछताछ जारी है। पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि इमराना के कहने पर ही जावेद ने बम बनाए थे। जावेद बीते शुक्रवार को बम की डिलीवरी करने उसके गांव जा रहा था। इसी दौरान पुलिस ने उसे बम के साथ गिरफ्तार किया था। मीडिया रिपोर्ट्स से इस बात की भी जानकारी निकल कर सामने आ रही है कि सीएए के विरोध में हुए दंगे में इमराना ने 100 बम लोगों को बांटे थे।
पुलिस को इस बात का संदेह है कि पकड़ी गई महिला इमराना का नेटवर्क जावेद से भी बड़ा है। इमराना झाड़फूंक करने का भी काम करती है। जावेद की गिरफ्तार के बाद से ही STF ने उसकी तलाश तेज कर दी थी। जिसके बाद शनिवार शाम को उसकी गिरफ्तारी हुई।
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45 वर्षीय इमराना दमे की बीमारी से ग्रसित है। वह आरोपी जावेद के हकीम पिता जरीफ अहमद से अपने दमे की बीमारी का इलाज करवाती है। इसी दौरान इमराना जावेद के संपर्क में आई। एसटीएफ एएसपी ब्रजेश सिंह ने बताया कि 2009 में भी इमराना ने जावेद से दो बम तैयार कराए थे। एक बम का इस्तेमाल चलाकर किया गया था, वहीं दूसरे को काली नदी में फेंक दिया था। अब एसटीएफ इमराना की न्यायिक हिरासत मंजूर करवाकर आगे की पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।