बेंगलुरु: NIA को बेंगुलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस घटना में शामिल 1 आरोपी को गिरफ्तार किया है। बीते बुधवार 27 मार्च को NIA ने 3 प्रदेशों के 18 स्थानों पर छापेमारी की, जिसके बाद घटना में आरोपी मुज़म्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया। NIA के अनुसार, मुज़म्मिल शरीफ की रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में अहम भूमिका थी।
NIA के अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट कांड की जांच बीते 3 मार्च से चल रही है। जांच एजेंसी ने शुरुआत में ब्लास्ट के मुख्य आरोपी मुसव्विर शाजेब हुसैन की पहचान की थी। साथ ही NIA की जांच जब आगे बढ़ी तो, दूसरे आरोपी अब्दुल मतीन ताहा के भी मामले में संलिप्त होने की खबरें सामने आईं। अब्दुल मतीन ताहा रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट कांड के अलावा अन्य कई आतंकी घटनाओं में भी वांटेड है।
फिलहाल मुसव्विर और अब्दुल मतीन दोनों फरार चल रहे हैं। एजेंसी ने बुधवार को जिस मुज़म्मिल नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है, उस पर इन दोनों फरार आरोपियों की मदद करने का आरोप है। बताया जा रहा है मुज़म्मिल को पकड़ने के लिए NIA ने 3 राज्यों की 18 लोकेशन पर छापेमारी की। जिसमे से कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश राज्य शामिल हैं। इन राज्यों में सबसे अधिक कर्नाटक में 12 स्थान, तमिलनाडु में 5 स्थानों पर वहीं, उत्तर प्रदेश के बरेली में NIA ने छापेमारी की थी।
छापेमारी के दौरान अदुल मतीन, मुसव्विर हुसैन और मुज़म्मिल के घरों और दुकानों की भी तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी जब्त किया गया। जिनकी जांच जारी है। माना जा रहा है कि मुज़म्मिल की गिरफ्तारी के बाद रामेश्वरम कैफ ब्लास्ट के कई रहस्यों से पर्दा उठ सकता है। साथ ही फरार आरोपी मुसव्विर शाजेब और अब्दुल मतीन की लोकेशन के बारे में भी जानकारी मिल सकती है।