बेंगलुरु: शहर के नामी रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके की जांच नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) कर रही है। NIA की अब तक की इंवेस्टिगेशन में कई अहम जानकारियां निकल कर सामने आई हैं। इस धमाके के तार लश्कर मॉड्यूल से जुड़ते नजर आ रहे हैं। NIA को इस बात का संदेह है कि कैफे में ब्लास्ट के पीछे लश्कर मॉड्यूल की साजिश हो सकती है।
इसको देखते हुए NIA की टीमें कर्नाटक सहित 7 राज्यों में छापेमारी कर रही हैं। नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी कर्नाटक की जेलों में लश्कर मॉड्यूल के जरिए कट्टरवाद फैलाने के एक मामले में भी जांच कर रही है। जिसको लेकर कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल सहित 7 राज्यों में ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है।
जांच में यह जानकारी निकलकर सामने आई है कि बेंगलुरु सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा, लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी टी. नजीर आतंकी घटनाओं को कारित करने के लिए कैदियों को कट्टरपंथी बना रहा है। NIA को संदेह है कि बेंगलुरु कैफे में ब्लास्ट करने की साजिश रचने वाले लोग इसी लश्कर मॉड्यूल का हिस्सा हो सकते हैं।
बता दें कि बेंगलुरु के प्रसिद्ध रामेश्वरम कैफे में हुए ब्लास्ट में 10 लोग घायल हो गए थे। पहले लोगों को लगा यह धमाका गैस सिलिंडर के फटने के चलते हुआ। लेकिन, बाद में योजनाबद्ध तरीके से ब्लास्ट होने की जानकारी सामने आई। जांच के दौरान कर्नाटक पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज हाथ लगी थी। जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति पीठ पर बैग टांगे हुए कैफे की तरफ जाते हुए दिख रहा है।
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सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि संदिग्ध बस से उतरता है। वह बस से उतर कर पैदल कैफे के अंदर पहुंचता है। यहां वह कुछ खाने के लिए ऑर्डर करता है। फुटेज में इस बात की पुष्टि हो रही है कि संदिग्ध 9 मिनट तक कैफे में रुकता है। इसके बाद वह अपना बैग छोड़कर वहां से चला गया। फिलहाल इस संदिग्ध व्यक्ति की तलाश के लिए पुलिस की 7 से 8 टीमें छापेमारी कर रही हैं।