Lucknow News: अयोध्या में श्रद्धालुओं के बढ़ते
आवागमन को देखते हुए सीएम योगी के विजन के अनुसार वहां 800 सफाई मित्रों की तैनाती की जाएगी। मकर संक्रांति पर सरयू के
पवित्र घाटों पर डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या एवं 22 जनवरी को रामजन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के
बाद लगने वाले लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए, अयोध्या नगर निगम ने तैयारियां शुरू कर दी है।
प्रदेश सरकार के
एक प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि इस संबंध में अयोध्या नगर निगम द्वारा टेंडरिंग
प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जिसे जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा। इस टेंडरिंग प्रक्रिया के माध्यम से एजेंसी का निर्धारण किया जाएगा। 800 सफाई कर्मियों की तैनाती के साथ उनके कार्य प्रणाली पर भी नजर रखी जाएगी। सभी सफाई प्रक्रिया को पूर्ण कराने के
लिए अयोध्या नगर निगम की टीम संबंधित एजेंसी के साथ संवाद कर प्रक्रिया को पूर्ण करेंगी।
स्वच्छता पर योगी सरकार का विशेष फोकस-
सीएम योगी के विजन के अनुसार अयोध्या नगर निगम का प्रयास है कि, मकर संक्रांति से लेकर प्राण-प्रतिष्ठा अवधि के दौरान स्वच्छता के लिए उचित जनशक्ति सफाई मित्रों की तैनाती से पूरा किया जाएगा। इस दौरान अस्थायी 8 घंटे की परिचालन शिफ्ट में कार्य होगा, जिसमें सुबह 06:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक पहली शिफ्ट, दोपहर 02:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तथा रात्रि 10:00 बजे से प्रातः 06:00 बजे तक आवश्यकतानुसार जनशक्ति को कार्य पर लगाया जाएगा। जिसमें मांग के अनुसार परिवर्तन भी किया जा सकता है।
इन कार्यों को
पूरा करेंगे सफाई मित्र-
सभी सफाई मित्रों की ड्यूटी केवल सड़क, घाट, शौचालय, कार्यालय, मैदान एवं सुविधा स्थलों की सफाई तक ही सीमित नहीं होगी। बल्कि उन्हें नगर निगम के निरीक्षक (CSI) द्वारा सभी अनिवार्य नियमों का पालन करना होगा।
साथ ही नगर निगम को किसी
भी अधिनियम, नियमों की पूर्ति
गैर अनुपालन के कारण उत्पन्न होने वाले किसी भी कानूनी, प्रशासनिक परिणाम
से क्षतिपूर्ति भी सुनिश्चित करनी
होगी।
इन सभी कर्मियों
की आयु सीमा सरकारी मानदंडों के अनुरूप होगी। ड्यूटी के दौरान उचित पहचान के साथ
पूर्ण वर्दी में रहेंगे। सर्दी और गर्मी के महीनों में इनके लिए अलग-अलग वर्दी का भी प्रावधान किया गया
है। सफाई मित्रों को आबद्ध करने वाली एजेंसी यह भी सुनिश्चित करेगी कि उसके द्वारा
सेवाओं को पूरा करने की प्रक्रिया में सामान, सामग्री और उपकरण आदि क्षतिग्रस्त न हों। उन्हें कार्यों को
पूर्ण करने के लिए उचित मार्गदर्शन, ट्रेनिंग, लॉजिंग समेत
समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
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