वाराणसी के दशाश्वमेध इलाके में 4 लोगों के सामूहिक आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। एक धर्मशाला में ठहरे चारों लोगों ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इस घटना के बाद चारों तरफ हड़कंप मच गया। फिलहाल इस मामले में पुलिस जांच में जुट गई है।
ये भी पढ़ें- कानपुर के 16 सर्राफा कारोबारियों का 10 किलो सोना लेकर कारीगर फरार, केस दर्ज
जानकारी के अनुसार देवनाथपुरा स्थित कैलाश भवन धर्मशाले की तीसरी मंजिल पर आंध्र प्रदेश के रहने वाले पति-पत्नी और उनके दो बेटे ठहरे हुए थे। आंध्रा के ईस्ट गोदावरी निवासी 50 वर्षीय कोंड अपनी पत्नी लावणिया (45) और दो पुत्रों राजेश (25) और जय राज (23) के साथ बीती 3 दिसम्बर को काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए यहां आए थे।
पूरा परिवार देवनाथपुरा स्थित धर्मशाले की तीसरी मंजिल पर रुके हुए थे। गुरुवार की शाम को धर्मशाले का कर्मचारी तीसरी मंजिल पर गया, तो कमरे के अंदर का दृश्य देखकर दंग रह गया। उसने देखा कि कमरे में चार लोगों के शव फंदे से लटक रहे हैं। इसके बाद कर्मचारी ने मैनेजर को सूचना दी। फिर मैनेजर ने पुलिस अफसरों को घटना की सारी जानकारी दी।
घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना पाते ही मौके पर पहुंची डीसीपी काशी जोन, एडीसीपी काशी चन्द्रकांत मीणा, एसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय और थानाध्यक्ष बैद्यनाथ सिंह समेत फोरेंसिक टीम ने वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की। दशाश्वमेध पुलिस ने घटनास्थल से चारों शवों को फंदे से नीचे उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल पुलिस आत्महत्या के कारणों की तलाश में जुटी हुई है।
अपनी आर्थिक स्थिति से परेशान था परिवार
इस मामले में पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने कहा कि मौके से सुसाइड नोट मिला है। सभी मृतक आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं। चारों एक ही परिवार के पति-पत्नी और उनके दो बेटे हैं। सुसाइड नोट के अनुसार, ये परिवार आर्थिक रूप से परेशान था। बीते दो महीनों से घर छोड़कर परिवार बाहर रह रहा था।