New Delhi: PM मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विकसित भारत अभियान 2047 का शुभारंभ किया। ‘विकसित भारत@2047 युवाओं की आवाज’ कार्यक्रम में देशभर के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति और प्रशानिक अधिकारी भी शामिल हुए। PM मोदी ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह कार्यशाला युवा शक्ति के लिए विकसित भारत की यात्रा में सक्रिय रूप से शामिल होने और योगदान देने का एक अद्भुत मंच है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति निर्माण से ही राष्ट्र निर्माण होता है।
यह भारत के इतिहास का वो दौर है जब देश लंबी छलांग लगाने जा रहा है। प्रत्येक व्यक्ति और संगठन को इस संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए कि वे जो भी करेंगे, वह ”विकसित भारत” के लिए करेंगे। PM मोदी ने इस वर्कशाप का आयोजन करने के लिए सभी राज्यपालों को विशेष बधाई दी। उन्होंने कहा कि देश की युवाशक्ति को दिशा देने का दायित्व जिन साथियों पर है, उनको आप एक मंच पर लाए हैं। शिक्षण संस्थानों की भूमिका व्यक्ति निर्माण की होती है और व्यक्ति निर्माण से ही राष्ट्रनिर्माण संभव होता है।
यह भी पढ़ें:- अयोध्या: तैयारियों पर मंथन, अमेरिका और पेरिस के म्यूज़ियम जैसा होगा अंतर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय
PM मोदी ने कहा कि हमें एक ऐसी युवा पीढ़ी तैयार करनी है जो देश को नेतृत्व दे, हर चीज पर राष्ट्रहित को प्राथमिकता दे। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया की नजर भारत के युवाओं पर है। युवा शक्ति परिवर्तन का वाहक भी है और परिवर्तन का लाभार्थी भी। PM मोदी ने कुलपतियों और शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों से कहा कि आपको अपने संस्थानों में नामांकित छात्रों के लिए रोल मॉडल बनने की जरूरत है। एक शिक्षक के रूप में, आपको यह सोचना चाहिए कि आप देश को विकास दिलाने में क्या मदद कर सकते हैं।
युवाओं के महत्व को रेखांकित करते हुए PM मोदी ने कहा कि आजादी के आंदोलन में युवा पीढ़ी की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि आज हर व्यक्ति, हर संस्था और हर संगठन को इस प्रण के साथ आगे बढ़ना है कि मैं जो कुछ भी करूंगा वो विकसित भारत के लिए होना चाहिए। आपके लक्ष्य, आपके संकल्पों का ध्येय केवल विकसित भारत ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के नागरिक जब देश के हित की सोचेंगे, तभी एक सशक्त समाज का निर्माण होगा।
यह भी पढ़ें:- ज्ञानवापी परिसर हिंदुओं को सौंपने का केस लड़ रहे हरिहर पांडेय का निधन, 1991 में दायर की थी याचिका