नई दिल्ली: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी शामिल होंगे या नहीं अब इन अटकलों पर विराम लग चुका है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा पूर्व गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी को निमंत्रण दिया जा चुका है। वह 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उपस्थित रहेंगे। अब, जब राम मंदिर बनकर लगभग तैयार होने को है तो लोगों को 1990 की वह यात्रा भी याद आ रही है, जो राम मंदिर आंदोलन के दौरान भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने निकाली थी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का समर्थन पाकर 25 सितंबर 1990 को भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने सोमनाथ से अयोध्य तक रथ यात्रा निकालने का उद्घोष कर दिया। एक गाड़ी को रथ बनाया गया। रथ गुजरात के सोमनाथ से रामलला की जन्मभूमि अयोध्या की ओर रवाना हुआ। यह रथ 30 अक्टूबर 1992 को अयोध्या पहुंचना था। इसी क्रम में 22 अक्टूबर को दलबल के साथ आडवाणी का रथ बिहार के समस्तीपुर पहुंचा। लेकिन, तभी तत्कालीन बिहार के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार कर नजरबंद करवा दिया।
हाल ही में राष्ट्र धर्म पत्रिका द्वारा लिए गए साक्षात्कार में आडवाणी ने, 1990 रथ यात्रा के दौर को स्मरण किया। पूर्व उप प्रधानमंत्री ने कहा कि उस समय मैं तो बस एक सारथी की भूमिका में था। जब रथ यात्रा प्रारंभ हुई तब मुझे नही पता था कि यह आंदोलन इतना बड़ा रूप ले लेगा।
उन्होंने बताया कि जब रथ रास्ते से गुजरता था, तो लोगों की अथाह भीड़ उमड़ पड़ती थी। लोग रथ की पूजा करते थे। रथ के पहिए की धूल को लोग अपने सिर पर लगाते थे। उन्होंने कहा तब मुझे यह अनुभव हुआ कि मैं तो बस एक सारथी हूं, असली संदेशवाहक वह रथ ही था, जो पूजा के योग्य था।
आडवाणी ने कहा, रथ यात्रा प्रारंभ करने के कुछ दिनों बाद मुझे यह अनुभव हो चुका था कि नियति ने तय कर लिया है कि एक दिन अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाया जाएगा। अब यह मात्र समय की बात है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि यह राम मंदिर सभी भारतीयों को भगवान श्रीराम के गुणों को अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
साक्षात्कार के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने वर्तमान प्रधानमंत्री व तब के (1990) रथ यात्रा के संयोजक रहे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा, भगवान राम ने मंदिर पुनर्निर्माण के लिए अपने भक्त को पहले ही चुन लिया था। इस दौरान आडवाणी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण करते हुए कहा कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले उनकी याद आ रही है।