Ghaziabad News: गाजियाबाद में रुड़की की रहने वाली युवती शिब्बा (19) की हत्या कर शव को गंगनहर में फेंक दिया गया। इस घटना को अंजाम सगे भाई सूफियान और ताऊ के बेटे मेहताब ने दिया है। जिस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि बहन शिब्बा हिन्दू समुदाय के युवक से प्यार करती थी। वह शादी के लिए जिद कर रही थी। वह मना करने पर भी नहीं मानी, तो गमछे से गला घोंटकर हत्या कर शव को गंगनहर में फेंक दिया है। जिसके बाद पुलिस ने शव की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीमें लगाई है।
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डीसीपी ग्रामीण जोन विवेक चंद यादव ने बताया कि शनिवार की शाम करीब चार बजे गंगनहर पटरी पर पुलिस के गश्ती दल को दो युवक पैदल चलते नजर आए। वह युवक पुलिस को देखकर तेज चलने लगे। तो शक के आधार पर रुकने के लिए कहा गया। तो वह भागने लगे। इस पर उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उन्होंने बहन की हत्या कर शव गंगनहर में फेंकने की बात बताई। जिसके बाद उनकी निशानदेही पर शिब्बा के कपड़े, सैंडल, आधार कार्ड बरामद किए हैं। पीएसी, गोताखोरों और एनडीआरएफ की टीम ने नाव से सर्च आपरेशन चलाया और जाल भी छोड़ा डाला लेकिन शव नहीं मिल सका है। मेहताब ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने सूफियान के साथ मिलकर हत्या की पूरी साजिश पहले तैयार कर ली थी।
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शिब्बा काफी तनाव में थी। जिस कारण उससे कहा कि घूमने के लिए चल रहे हैं, तुम्हारा मूड कुछ ठीक हो जाएगा। इसके बाद शिब्बा के साथ शनिवार दोपहर को दिल्ली से तीनों मुरादनगर रेलवे स्टेशन तक आए। वहां से गंगनहर तक पैदल पहुंचे। जहां करीब साढ़े तीन बजे रास्ते में चलते हुए रेलवे पुल पर एकदम से शिब्बा के हाथ पकड़ लिए। जिसके बाद सूफियान ने गमछे से गला घोंट दिया। उसकी मौत हो जाने के बाद शव को गंगनहर में फेंक दिया और पैदल चल दिए। वहां से वापसी में गंगनहर पटरी पर पुलिस के गश्ती दल ने शक के आधार पर रुकने के लिए कहा तो दोनों भागने लगे। इस पर सुफियान और मेहताब को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की।
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तो उन्होंने बहन की हत्या कर शव गंगनहर में फेंकने की बात बताई। पुलिस ने बताया कि शिब्बा की हत्या के आरोपी सूफियान और मेहताब ने अपना जुर्म कुबूल किया है। उन्होंने बताया कि जलालपुर में पड़ोसी हिन्दू समुदाय के युवक से शिब्बा की दोस्ती हो गई थी। जो प्यार में बदल गई। उन्हें इसका पता तब चला जब बात बहुत आगे बढ़ गई। वह मना करने पर भी नहीं मानी। तो ढाई महीने पहले उसे दिल्ली के शाहदरा में ताऊ के घर भेज दिया। इस पर भी नहीं मानी और हिन्दू युवक से शादी के लिए अड़ी थी। इसके बाद हत्या की साजिश रची। उसे धोखे से साथ लाए और गमछे से गला घोंटकर हत्या कर शव को गंगनहर में फेंक दिया था।