अयोध्या: रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में निमंत्रण मिलने के बाद, सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अयोध्या ना जाने वाली बात पर विहिप ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) नेता शरद शर्मा ने कहा कि भगवान जिसे बुलाएंगे वही दर्शन प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच सदैव राजनीति से प्रेरित रही है। धार्मिक अनुष्ठानों में भी कांग्रेस द्वारा राजनीति का मौका तलाशा जाता है।
उन्होंने कहा कि जब सारी दुनिया भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के क्षण को उत्सव के रूप में मानने की तैयारी कर रही है, जहाँ हर हिंदू पहुंचने को आतुर है, वहां सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के ना आने की वजह राजनीति से प्रेरित है।
शरद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस, हर जगह वोट बैंक तलाशती है। पूर्व में भी सोमनाथ की मुक्ति और प्राण प्रतिष्ठा के दौरान इनके पूर्वज जवाहर लाल नेहरू ने भी इसका विरोध किया था। जबकि, लौहपुरुष सरदार पटेल ने राजेंद्र बाबू के सानिध्य में सोमनाथ की आधार शिला रखी। उन्होंने कहा कि हर जगह वोट की तलाश हास्यास्पद है। वैसे भी इनके लिए गोस्वामी तुलसीदास जी ने सटीक कहा है, ‘जाको प्रभु दारुण दुःख देई, ताकि मति पहले हर लेई।’
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विहिप नेता ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा में ट्रस्ट ने सभी को भक्त मानकर आमंत्रित किया है। आपकी भावना रामलला के दर्शन के प्रति क्या है, यह तो प्रभु ही जाने। ‘जाकि रही भावना जैसी। प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।’उन्होंने कहा कि वैसे भी कांग्रेस के दिन ठीक नहीं चल रहे हैं।