Uttar Pradesh- विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के
राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा है कि हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण
से मुक्त होना चाहिए, उन्होंने कहा कि कोई भी मस्जिद या चर्च सरकारी नियंत्रण में
नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि हिन्दू मंदिरों का संचालन, हिन्दू समाज को ही करना
चाहिए। इसके अलावा उन्होंने मदिरों में हर-जाति व बिरादरी की सहभागिता की बात भी कही।
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अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा से
पूर्व विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने कहा है कि मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त
होना चाहिए। विहिप के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे कहा कि कोई भी मस्जिद या
चर्च सरकारी नियंत्रण में नही है, तो ऐसे में मंदिरों को भी सरकारी नियंत्रण से
मुक्त करने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए विहिप देशव्यापी अभियान शुरू करेगी। उन्होंने
कहा कि मंदिरों के संचालन में हर जाति-बिरादरी की सहभागिता भी होनी चाहिए।
विहिप की स्थापना के 60 वर्ष पूरे
राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे कहा कि
विहिप की स्थापना के 60 वर्ष पूरे हो रहे हैं। श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा
के बाद संगठन का विस्तार किया जाएगा। इसके साथ ही सामाजिक समरसता और सेवा के कार्यों को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। मिलिंद परांडे ने कहा कि संगठन का प्रयास है, कि
हम इन कामों को जन्माष्टमी तक एक लाख स्थानों तक लेकर जाएं। कहा कि बजरंग दल की
शौर्य जागरण यात्रा और राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा के जनजागरण और संपर्क से
संगठन विस्तार में मदद मिलेगी। इसके लिए संगठनात्मक
दृष्टि से 1100 जिले बनाए गए हैं। अभी हमारे सेवा कार्य 400 जिलों तक पहुंचे हैं।
इसे जल्द ही 800 जिलों तक पहुंचाया जाएगा।
धर्मान्तरण का बहुत बड़ा षड़यंत्र चल रहा है
विहिप महामंत्री ने कहा
कि धर्मान्तरण का बहुत बड़ा षड़यंत्र चल रहा है। कुछ ही राज्यों में धर्मान्तरण
विरोधी कानून है। यह सारे राज्यों में लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राम मंदिर तो
बन रहा है लेकिन हमारे ह्दय में भी राम जी का प्राकट्य होना चाहिए। वह राम राज्य की
दिशा में जाना चाहिए। राम राज्य सर्व कल्याणकारी है। भगवान राम जीवन पर्यंत अन्याय
के खिलाफ लड़ते रहे, हर एक को अन्याय के विरुद्ध खड़े होने का साहस रखना चाहिए।