यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्राप्त हुए निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए 19 फरवरी को भूमि पूजन समारोह का आयोजन किया जाएगा। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होने वाले इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो सकते हैं। इसमें देश-विदेश के कई निवेशकों को आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम में 10 लाख करोड़ रुपए के करीब 14 हजार एमओयू को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा 20 और 21 फरवरी को प्रदर्शनी का भी आयोजन होगा।
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धरातल पर उतरेंगी 10 लाख करोड़ रुपए की परियोजनाएं
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार को अब तक 40 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। इनमें से 10 लाख करोड़ रुपए की निवेश परियोजनाओं को भूमि पूजन समारोह के माध्यम से जमीन पर उतारने की तैयारी में राज्य सरकार जुटी हुई है।
देश-विदेश से निवेश आकर्षित करने के लिए योगी सरकार ने पिछले साल फरवरी में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का आयोजन किया था। 2023 में हुए सम्मेलन में 33 लाख करोड़ रुपए के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे, जो बढ़कर 38 लाख करोड़ से ज्यादा के हो गए हैं। इन समझौतों के क्रियान्वयन को लेकर भूमि पूजन समारोह की तैयारियां काफी समय से चल रही थीं।बजट पेश होने के दूसरे दिन ही भूमि पूजन समारोह के लिए 19 फरवरी की तारीख फाइनल की गई है। भूमि पूजन समारोह की तैयारियों की निगरानी के लिए इन्वेस्ट यूपी ने अपना शिविर कार्यालय इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में स्थापित कर दिया है।
इन 6 जिलों ने पूरा किया लक्ष्य
समारोह के लिए 23 जनवरी को हुई समीक्षा के दौरान चंदौली, हरदोई, अमेठी, बरेली, गोंडा और फतेहपुर ने निवेश का लक्ष्य 100 फीसदी पूरा कर लिया था। चंदौली इनमें से नंबर वन है। चंदौली को भूमि पूजन समारोह के लिए 20 हजार करोड़ का लक्ष्य दिया गया था, जिसके सापेक्ष 23 हजार करोड़ की 52 परियोजनाएं फाइनल की गई हैं। इसी तरह यूपीसीडा, यूपीडा, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी, नोएडा अथाॅरिटी, यमुना अथाॅरिटी, गोरखपुर डेवलपमेंट अथाॅरिटी ने 9.25 लाख करोड़ के करार किए थे। इसमें से समारोह के लिए 4.25 लाख करोड़ के करार का लक्ष्य दिया गया था, जिसमें से 3.50 लाख करोड़ के करार फाइनल हो चुके हैं।