भाजपा जिलाध्यक्ष, महापौर, विधायक, एमएलसी रहेंगे उपस्थित
प्रयागराज- उ.प्र. किन्नर वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य एवं किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि भाजपा संगठन को मजबूती देने के लिए बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समाज के लोगों को 18 नवम्बर को पार्टी में शामिल करायेंगी। यह जानकारी महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि ने गुरूवार को दी। कौशल्यानंद गिरि को टीना मां के नाम से भी जाना जाता है।
उन्होंने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की लोकप्रिय नीतियों से बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समाज के लोग खुश और संतुष्ट हैं। क्योंकि सरकार की योजनाओं का लाभ सभी को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि शनिवार को अपराह्न तीन बजे शास्त्री नगर साठ फिट रोड, मीरापुर में कार्यक्रम होगा। जिसके मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्र मिश्रा होंगे जबकि विशिष्ट अतिथि महापौर गणेश केसरवानी, विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी और एमएलसी सुरेन्द्र चौधरी होंगे। कार्यक्रम में भाजपा महिला मोर्चा महानगर की अध्यक्ष शिखा रस्तोगी सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे।
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महामण्डलेश्वर कौशल्यानंद गिरि के इस प्रयास से 2024 के लोकसभा चुनावों भाजपा को लाभ होगा। प्रदेश में भाजपा संगठन को और सशक्त बनाने की दिशा में उनका यह प्रयास कारगर साबित होगा।
मुख्यमंत्री योगी की प्रशंसक हैं महामंडलेश्वर
कुछ समय पूर्व किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरि ने कहा था कि थर्ड जेंडर को पैतृक संपत्ति में अधिकार देने का मुख्यमंत्री योगी का निर्णय सराहनीय है। इस अधिकार के मिलने से किन्नर समाज की स्थिति में सुधार होगा। हालांकि इसे जमीनी स्तर पर लागू करने की जरूरत है। इस अधिकार के मिलने से किन्नरों की स्थिति में सुधार होगा। यह सुधार सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक होगा। हालांकि इसे जमीनी स्तर पर लागू करने की जरूरत है। अन्य कानूनों की तरह यह कागजी न रहने पाए, सरकार को उस दिशा में गंभीरता से विचार करके ठोस कदम उठाने होंगे।
सामाजिक मुद्दों पर मुखर रही हैं महामण्डलेश्वर
महामंडलेश्वर कौशल्यानंद गिरि ने कहा कि जन्म लेने वाला थर्ड जेंडर होगा या बेटा-बेटी यह ईश्वर के अलावा कोई जानता नहीं है। अगर कोई बेटा या बेटी के बजाय थर्ड जेंडर पैदा हो गया तो उसका अर्थ यह नहीं होता है कि उसको घर से बाहर फेंक दिया जाए या फिर परिवार से निकाल दिया जाए। क्योंकि इसमें उस बच्चे का कोई दोष नहीं है। जन्म लेने के कई साल तक किन्नर यह नहीं जानता है कि वह क्या है? वह लड़का है या लड़की? इसकी जानकारी उसे भी नहीं होती। वहीं परिवार और समाज उसको ताने मारकर बताता है कि वह किन्नर है। कौशल्यानंद गिरि ने कहा कि किन्नर समाज को सम्मान दिलाने के लिए किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महाराज ने लंबा संघर्ष किया। इसके बाद थर्ड जेंडरों को समाज और कानून ने स्वीकार किया लेकिन आज तक अधिकार नहीं दिया। इससे सभी लोग दु:खी हैं।
minorities will join Bhartiya Janata Party under Kaushalyanand Giri leadership