उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को लखनऊ स्थित अपने कार्यालय में चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की। इस दौरान डिप्टी सीएम ने एसजीपीजीआई, केजीएमयू और डॉ. राम मनोहर लोहिया जैसे संस्थानों में आपातकाल सेवाओं को और बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो और उनका बेहतर तरीके से इलाज हो सके।
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डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने उच्च अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेजों को गुणवत्ता के साथ एवं अनुबंध की समय सीमा में पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाए, ताकि आगामी सत्र से फेज-3 के 14 मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा शिक्षा शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ किया जा सके। उन्होंने निर्माणाधीन नर्सिंग कॉलेजों में भी तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि नर्सिंग कॉलेजों को मेडिकल कॉलेजों के पास ही बनाया जाए।
इसके अलावा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों की रंगाई-पुताई चरणबद्ध तरीके से कराई जाए। उन्होंने कहा कि सीएचसी, पीएचसी तथा हेल्थ वेलनेस सेंटरों को पूर्ण क्षमता के साथ संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि आवश्यक दवाओं का पर्याप्त भण्डार सुनिश्चित किया जाए।
डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश में बढ़ रही ठंड को देखते हुए सभी अस्पतालों में आवश्यक प्रबंध किए जाएं। अस्पतालों में आने वाले मरीजों के साथ-साथ उनके तीमारदारों के लिए भी उचित प्रबंध किए जाएं।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, सचिव रंजन कुमार, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा किंजल सिंह, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य दीपा त्यागी सहित विशेष सचिव एवं अन्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।