फतेहपुर जिले में शुक्रवार को नवरात्रि व दशहरा पर्व को ध्यान में रखते हुए खाद्य एवं पेय पदार्थों में मिलावट पर प्रभावी रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया गया। इसके तहत मिठाई की दुकानों से नमूने लेकर उन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया।
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त्योहारों पर मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए खाद्य विभाग की तरफ से अभियान चलाया गया। सहायक खाद्य आयुक्त देवेन्द्र पाल सिंह एवं मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार दीक्षित के नेतृत्व में जिले की मिठाई की दुकानों का निरीक्षण किया गया। मिलावट का संदेह होने पर दुकानों से सैंपल इकट्ठा कर उन्हें जांच के लिए भेजा गया।
राधानगर स्थित राजेश कुमार की मिठाई की दुकान से मिश्रित दूध का नमूना जांच के लिए लिया गया। इसके अलावा गाजीपुर थाने के मो. आफिस उर्फ बबलू के केला पकाने के एसी प्लांट के निरीक्षण के दौरान खामियां पाई गयी। सहायक आयुक्त (खाद्य) देवेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि प्लांट में स्थित एक कैरेट में 50 किग्रा कटे एवं खराब केले मिले, जिसे मौके पर टीम के सदस्यों द्वारा नष्ट किया गया। देवेंद्र पाल सिंह ने बताया कि नष्ट किए गए केलों की अनुमानित कीमत लगभग दो हजार रुपए है।
इसके अलावा खाद्य कारोबारी मो. आफिस के पास से मौके पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2006 से सम्बन्धित खाद्य पंजीकरण व लाइसेंस भी नहीं पाया गया। उसके प्लांट पर तत्काल प्रभाव से केले की बिक्री प्रतिबन्धित कर दी गई है। इसके साथ ही खामियों के चलते उसे नोटिस दिया गया है। बता दें कि खाद्य विभाग का ये अभियान दशहरा के 23 अक्टूबर तक चलाया जाएगा।