जालौन के मंदिर में शिवलिंग खंडित मिलने के मामले में ग्रामीणों और तमाम हिंदू संगठनों ने विरोध जताया है। दरअसल आरोप है कि कालपी में कुछ अराजकतत्वों ने एक मंदिर में स्थापित शिवलिंग को खंडित कर दिया। लोग जब सुबह-सुबह मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे तो वहां पर खंडित शिवलिंग को देखकर वे भड़क उठे। देखते ही देखते वहां भीड़ जमा हो गई। सूचना के बाद मौके पर आई पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
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जानकारी के अनुसार कालपी कोतवाली क्षेत्र में कुछ अराजकतत्वों ने मंदिर में स्थापित शिवलिंग में तोड़-फोड़ की। गुरूवार की सुबह जब ग्रामीण पूजा करने मंदिर में पहुंचे तो वहां पर खंडित शिवलिंग को देख लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया।
क्या है पूरा मामला ?
कालपी कोतवाली क्षेत्र के जयरामपुर गांव में स्थित एक मंदिर में स्थापित शिवलिंग को कुछ अराजकतत्वों के द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इसके बाद गांव के लोग जब सुबह मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए गए तो वहां पर खंडित मूर्ति को देखकर सभी लोगों ने हंगामा करना चालू कर दिया। इस घटना की जानकारी होते ही तमाम हिंदू संगठन के लोग भी मौके पर इकट्ठा हो गए। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने घटना पर नाराजगी जताते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस के आते ही लोगों ने आरोपी को पकड़ने की मांग की।
इस मामले में फिलहाल पुलिस को कामयाबी मिल गई है। पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले आरोपी राजा बाबू को गिरफ्तार कर लिया है। घटना की जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी देवेंद्र पचौरी ने बताया कि पूरा मामला कालपी कोतवाली क्षेत्र के जयरामपुर का है, यहां पर शिव मंदिर में शिवलिंग को खंडित किया गया था। इसके बाद पुलिस ने छानबीन की और राजा बाबू पुत्र सीताराम को गिरफ्तार कर लिया।