IIT कानपुर ने वर्तमान डिजिटल युग में व्यावसायिक नेतृत्व दक्षता के लिए एक अनूठी ई-मास्टर्स डिग्री लॉन्च की है। व्यवसायों को मजबूती प्रदान करने और पेशेवरों को विशिष्ट नेतृत्व कौशल से लैस करने के लिए इस डिग्री को शुरू करने की घोेषणा की गई है। इसमें आवेदन के लिए GATE स्कोर की आवश्यकता नहीं होगी। यह जानकारी बुधवार को आईआईटी कानपुर के कार्यवाहक निदेशक प्रो. एस गणेश ने दी।
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एस गणेश ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य महत्वाकांक्षी पेशेवरों को आधुनिक व्यवसाय गतिशीलता की व्यापक समझ के साथ सशक्त बनाना है, जो व्यक्तियों को कॉर्पोरेट परिदृश्य की जटिलताओं से निपटने के लिए आवश्यक कौशल और अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए तैयार करे। यह आर्थिक विज्ञान विभाग, IIT कानपुर द्वारा डिज़ाइन किया गया एक कार्यकारी-अनुकूल कार्यक्रम है। यह आधुनिक व्यवसाय गतिशीलता की व्यापक समझ प्रदान करता है। इसमें आवेदन के लिए GATE स्कोर की आवश्यकता नहीं होती है।
प्रो. एस गणेश ने बताया कि इस कार्यक्रम को IIT संकाय में शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ उद्योग विशेषज्ञता का संयोजन करके पढ़ाया जाता है। केवल सप्ताहांत में लाइव इंटरैक्टिव कक्षाओं और सेल्फ-लर्निंग से सीखने के साथ, 1-3 वर्षों में कार्यक्रम को पूरा करने की लचीली समय सीमा प्रदान करता है। पाठ्यक्रम में 60-क्रेडिट संरचना शामिल है,, जिसमें 3 कोर मॉड्यूल, 10 प्रौद्योगिकी-उन्मुख मॉड्यूल और एक कैपस्टोन प्रोजेक्ट शामिल है।
प्रतिभागियों को IIT कानपुर के प्लेसमेंट सेल, इनक्यूबेशन सेल और पूर्व छात्र नेटवर्क तक पहुंच प्राप्त होती है। इससे करियर की संभावनाएं और नेटवर्किंग के अवसर बढ़ते हैं। यह कार्यक्रम आज के व्यावसायिक परिदृश्य में आए नए आयामों को संबोधित करता है। डिजिटल युग में प्रभावी व्यावसायिक नेतृत्व के विकास को सक्षम बनाता है। यह आधुनिक लीडर्स को डिजिटल रणनीतियों, डेटा-संचालित अंतर्दृष्टि और त्वरित निर्णय लेने की समझ प्रदान करके तेजी से तकनीकी प्रगति, उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव और उद्योगों के डिजिटल परिवर्तन को नेविगेट करने में सक्षम बनाता है।
अध्ययनों से पता चला है कि 52 प्रतिशत कंपनियों ने श्रमिक उत्पादकता में वृद्धि दर्ज की है, और 49 प्रतिशत ने अपने व्यवसायों में डिजिटल परिवर्तन करने के बाद बेहतर प्रदर्शन किया है। यह पाया गया है कि जो लीडर डिजिटल रूप से बाधित और लगातार विकसित हो रहे वैश्विक व्यापार परिदृश्य में प्रौद्योगिकी का उपयोग कर सकते हैं, वही इस बदलते व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र में पनपेंगे।