नई दिल्ली: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 15वें दिन भारत ने आतंकियों के गढ़ पाकिस्तान को 7 मई की रात एयर स्ट्राइक कर मुंहतोड़ जवाब दिया है. इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है. भारत के इस ऑपरेशन को ‘सिंदूर’ नाम देकर पहलगाम आतंकी हमले में जिन महिलाओं के पति मारे गए गए हैं, उन महिलाओं को समर्पित किया गया है. इस कार्रवाई को PM मोदी ने ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया है. भारत ने पाकिस्तान और POK के अंदर 9 आतंकी ठिकानों पर 24 मिसाइलें दाग कर तबाह कर दिया है. बताया जा रहा है कि भारत की ओर से ये एयर स्ट्राइ लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद के ठिकानों पर की गई है. पाकिस्तान के किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है. इस हमले में करीब 100 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है.
ऑपरेशन सिंदूर में इन मिसाइलों का हुआ इस्तेमाल-
पाकिस्तान के 9 आंतंकी ठिकानों भारतीय सेना ने 7 मई की रात एयर स्ट्राइक की. भारतीय वायु सेना ने इस हमले में फाइटर प्लेन राफेल का इस्तेमाल किया. इसके अलावा भारतीय सेना ने ऑपरेशन में SCALP क्रूज मिसाइल का भी इस्तेमाल किया. साथ ही हैमर प्रिसिज़न बम और लोइटरिंग म्यूनिशन भी हमले में इस्तेमाल किए गए. स्कैल्प क्रूज मिसाइल (SCALP-EG/ Storm Shadow) इस मिसाइल को ब्रिटेन में स्टॉर्म शैडो के नाम से जाना जाता है. इस मिसाइल को फ्रांस और UK ने मिलकर बनाया है. इसका पूरा नाम स्ट्राइक एयर-लॉन्च क्रूज मिसाइल है. इस मिसाइल का इस्तेमाल खास तौर से सेफ डिस्टेंस से एयरबेल और बंकर जैसे टार्गेट पर बिल्कुल सटीक हमला करने के लिए किया जाता है.
इस कार्रवाई का नाम क्यों रखा गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’?-
PM मोदी ने भारत की इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम रखा है. ऐसा इसलिए, क्योंकि 22 अप्रैल को पहलगाम घूमने आई हिंदू महिलाओं के पतियों को आतंकवादियों ने उनका धर्म पूछने के बाद उन्हीं के सामने उनके पतियों को गोली मार कर उनका सिंदूर उजाड़ा था. उस दौरान कुछ नव दंपत्ति भी पहलगाम घूमने आए थे. किसी महिला की शादी आतंकी हमले के 1 हफ्ते पहले हुई थी तो किसी की 2 महीने पहले. आतंकियों ने इनके पतियों को गोली मार दी थी और महिलाओं को ये कहकर छोड़ दिया था कि ‘जाओ मोदी को बता देना’. हिंदुओं के साथ हुई इस बर्बरता और आतंकियों द्वारा कही गई बात PM मोदी को कुछ ऐसी अखरी कि उन्होंने 7 मई की रात पाकिस्तान के खिलाफ की गई कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दे दिया और इसे इन महिलाओं को समर्पित कर दिया.
PM मोदी कार्रवाई की रातभर कर रहे थे मॉनिटरिंग-
7 मई की रात 1:30 बजे भारत ने पाकिस्तान और POK में स्थापित 9 आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर अभियान चलाकर एयर स्ट्राइक की. इस ऑपरेशन की पल-पल की निगरानी PM नरेंद्र मोदी कर रहे थे. वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ‘मुझे पता था कि भारत कुछ तो बड़ा करने वाला है’. उम्मीद है ये सब जल्दी खत्म हो जाएगा’. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद PM मोदी ने इस हमले की जानकारी सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ही दी थी और 4 दिवसीय भारत दौरे पर आए अमेरिकी उपराष्ट्रपति JD वेंस ने आतंकियों की इस कार्यराना की निंदा भी की थी. ट्रंप ने कहा था कि ये भारत और पाकिस्तान के बीच का मुद्दा है. दोनों देशों को सुलझाने की आजादी है. साथ ही उन्होंने दोनों देशों के बीच किसी भी तरह के हस्तक्षेप नहीं करने की भी बात कही थी.
दिल्ली से पाकिस्तान को तबाह करने की क्षमता रखा है भारत-
भारत ने पाकिस्तान पर इजराइल की तरह बिल्कुल सटीक और प्रभावी हमला किया. भारत की ओर से दागी गईं सभी मिसाइलें अपने निश्चित टारगेट को ही निशाना बनाया. भारत की ओर से दागे गए उन्नत हथियारों ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम HQ-9 को विफल कर दिया. भारत ने POK स्थित 9 आतंकी ठिकानों को अपनी पहले से टारगेट लॉक मिसाइलों से तबाह कर दिया. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने अपनी सैन्य क्षमताओं को मजबूत किया, फिर आतंकी हमले के 15वें दिन यानी 7 मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर पाकिस्तान को उस आतंकी हमले का करारा जवाब दिया.
ऑपरेशन सिंदूर’ की प्लानिंग-
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत से आखिरी तक की जिम्मेदारी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने संभाली. ऑपरेशन की पहली स्टेज में पाकिस्तान के भीतर चल रही गतिविधियों का सिलसिलेवार तरीके से इनपुट इकट्ठा किया गया. फिर उन ठिकानों को चिन्हित किया गया, जिन्हें टारगेट बनाना था. यानी की आतंकियों ने जहां-जहां कैंप बना रखा था. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने इन सभी आतंकी ठिकानों पर निगाह गड़ा रखी थी. साथ ही वहां की पल-पल की निगरानी की जा रही थी.
हमले की प्लानिंग तैयार करने के बाद NSA अजीत डोभाल ने PM मोदी को इसके बारे में बताया. मोदी और अजीत डोभाल के बीच तैयार प्लानिंग पर गहन चर्चा हुई. फिर इसे अमली-जामा पहनाया गया. फिर ये फैसला लिया गया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सिर्फ POK और पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर ही हमला किया जाएगा. वहीं, अजीत डोभाल ने PM मोदी से हुई अगली मुलाकात के बाद पूरी प्लानिंग को अंतिम रूप दिया गया. हालांकि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी बहुत कम ही लोगों की थी. इस ऑपरेशन के लिए एक खास तरह का कंट्रोल रूप बनाया गया था. इसकी जिम्मेदारी केवल NSA अजीत डोभाल के पास ही थी.
PM मोदी की ने की ऑपरेशन की मॉनिटरिंग-
9 आतंकी ठिकानों को चिन्हित करने के बाद NSA अजीत डोभाल ने ऑपरेशन की अंतिम रूपरेखा तय की. इसके बाद NSA ने पूरी प्री प्लानिंग के तहत एक छोटी टीम बनाई. इस टीम में तीनों सेना के वही अधिकारी शामिल थे जिनका चुनाव NSA अजीत डोभाल ने किया था. NSA के साथ मिलकर तीनों सेना के अधिकारियों ने आपसी समन्वय कर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. इसके बाद 9 आतंकी ठिकानों को सर्विलांस पर डालकर उनकी हाई लेवल की मॉनिटरिंग की गई. इस ऑपरेशन का खास मकसद ये था कि पाकिस्तान में ऐसी जगह कार्रवाई की जाए कि उसके यहां ठिकाना बना कर रह रहे आतंकियों को खत्म किया जाए और आतंकवाद को चोट पहुंचाई जाए. वहीं PM मोदी इस पूरे ऑपरेशन पर खुद अपनी नजर बनाए हुए थे.
इस तरह से दिया गया ऑपरेशन को अंजाम-
अजीत डोभाल ने 6 मई की देर रात को PM मोदी से परमीशन मिलते ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम देने के लिए फाइटर प्लेन को हवा में उड़ने की इजाजत दे दी. सिग्नल मिलते ही भारत के लड़ाकू विमान अपने-अपने लक्ष्यों को निशाना बनाकर उन्हें भेदने के लिए आसमान में उड़ गए. लड़ाकू विमान उड़ने के बाद पाकिस्तान के भीतर 100 कीलो मीटर की दूरी तक घुस गए और चुन-चुन कर आतंकवादियों के ठिकानों पर निशाना साधकर उन्हें ध्वस्त कर दिया.