पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान एक बार फिर से दुनिया की नजरों में गिर गया है. लेकिन भारत के कुछ ऐसे नेता और कथित बुद्धजीवी हैं जो पाकिस्तान की आंखों के तारे बन गए हैं. इनमें सपा प्रमुख अखिलश यादव, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया और विपक्ष समर्थित लोकगायिका नेहा सिंह राठौर का नाम प्रमुखता से आता है. जहां अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी की तारीफ पाकिस्तानी संसद में हो रही है. वहीं, नेहा सिंह राठौर व सिद्धारमैया जैसे लोग, पाकिस्तान की मेन स्ट्रीम और सोशल मीडिया में छाए हुए हैं.
पाकिस्तानी संसद में अखिलेश और केजरीवाल की तारीफ
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद सैफुल्लाह अब्रू ने पहलगाम आतंकी हमले पर संसद में अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज मोदी के साथ विपक्ष ही नहीं खड़ा है. सैफुल्लाह ने खास तौर पर अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी का नाम लिया. उसने कहा कि यह लोग सरकार और पीएम मोदी के विरोध में हैं और कह रहे हैं कि यह सब तुम्हारा ही किया धरा है.
पाकिस्तानी राजनीतिक दल पीटीआई के जिस सांसद सैफुल्लाह अब्रू ने यह बयान दिया है, वह खुद विपक्ष में हैं. लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान का पक्ष और विपक्ष भारत के खिलाफ एकजुट है. जबकि भारत में विपक्षी दलों के कई नेताओं के इस मुद्दे पर ऐसे बयान रहे हैं, जिनको पाकिस्तान में जमकर समर्थन मिल रहा है.
पाकिस्तानी मीडिया के बाद, अब पाकिस्तानी संसद में हीरो बने अखिलेश यादव..
सभी सपाइयों को बधाई। pic.twitter.com/SqSu5OylJQ— Tapan das (@Tdas001) April 30, 2025
पाकिस्तानी मीडिया में छाईं नेहा राठौर
सरकार विरोधी और विपक्ष समर्थित लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने पहलगाम आतंकी हमले पर वीडियो जारी किया था. जिसमें उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर कई ऐसे बयान दे डाले, जो पाकिस्तान को खूब पसंद आ रहे हैं. यहीं कारण हैं कि पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल से उनके वीडियो को खूब शेयर किया जा रहा है.
पाकिस्तान ऐसे लोगों के बयानों को आधार बनाकर नैरेटिव सेट कर रहा है कि मोदी सरकार के साथ विपक्ष और वहां के लोग ही नहीं खड़े हैं. हालांकि अभी भी संविधान की आड़ में नेहा राठौर की बयानबाजी जारी है, जिसकी चर्चा भारत से ज्यादा पाकिस्तान में है.
हिंदू ही हिंदू को मार रहा- राम गोपाल यादव
पहलगाम आतंकी हमले पर सपा सांसद रामगोपाल यादव ने प्रतिक्रिया दी. आशा थी कि वह दर्दनाक घटना के बाद देश और सरकार के साथ खड़े होंगे. लेकिन सपा सांसद ने कहा कि मुसलमानों को बदनाम किया जा रहा है, जबकि हिंदू ही रोज हिंदू को मार रहा है. रामगोपाल यादव ने सामाजिक अपराधों के कुछ उदाहरण भी दिए कि मानों वह पाकिस्तान प्रायोजित इस्लामिक आतंकावाद का बचाव कर रहे हों. गौरतलब हो कि रामगोपाल यादव, अखिलेश यादव के बाद सपा के दूसरे सबसे बड़े नेता हैं. वह सपा के प्रमुख महासचिव हैं और अखिलेश यादव के मुख्य सलाहकार भी.
POJK की तरफ देखा तो चीन से भी निपटना होगा- अखिलेश यादव
पहलगाम आतंकी हमले के बाद अखिलेश यादव को सेना का मनोबल बढाना चाहिए था. यह जिम्मेदारी उनकी और बढ़ जाती हैं. क्योंकि वह देश के पूर्व रक्षामंत्री के पुत्र होने के साथ-साथ यूपी जैसे बड़ी राज्य के मुख्यमंत्री भी रहे हैं. लेकिन अखिलेश यादव ने भारत-पाकिस्तान विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आप (सेना) जब कभी POJK की तरफ देखोगे तो पाकिस्तान के साथ-साथ चीन से भी मुकाबला करना पड़ेगा. अखिलेश यादव ने पाकिस्तान को पानी रोके जाने पर भी कटाक्ष किया.
पाकिस्तान से युद्ध नहीं करना चाहिए- कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया
पाकिस्तानी मीडिया में जिन कांग्रेस नेताओं की चर्चा सबसे अधिक हो रही है, उनमें से एक कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी हैं. सिद्धारमैया ने कहा था कि पाकिस्तान के साथ युद्ध करने की कोई जरूरत नहीं हैं. हम इसके पक्ष में नहीं हैं. सिद्धारमैया का यह बयान पाकिस्तान के लिए संजीवनी के समान है. क्योंकि युद्ध के खौफ से पाकिस्तान पहले से ही दहशत में है. इसीलिए सिद्धारमैया के बयान की वीडियो शेयर कर पाकिस्तान सिंपैथी बटोर रहा है.
क्या आतंकियों के पास धर्म पूछने का समय था?- कांग्रेस नेता
पहलगाम हमले को लेकर महाराष्ट्र से कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार का भी विवादित बयान सामने आया है. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जब आतंकियों ने हमला किया था, तब क्या उनके पास इतना समय था कि वह लोगों से उनका धर्म पूछते. विजय वडेट्टीवार ने आतंकी हमले के लिए सीधे तौर पर सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार के अलावा कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में मंत्री आरबी तिम्मापुर ने भी कुछ इसी प्रकार का बयान दिया. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि गोली मारने से पहले लोगों का धर्म पूछा गया होगा, जो गोली चलाएगा क्या वह जाति या धर्म पूछेगा. वह तो बस गोली चलाकर भाग जाएगा.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेताओं का यह बयान तब सामने आया है, जब पहलगाम हमले के पीड़ितों ने खुद बताया है कि गोली मारने से पहले उनके धर्म के बारे में पूछ गया. जब उन्होंने अपना धर्म हिंदू बताया तो आतंकियों ने गोली मार दी. यहां तक की आतंकियों ने गोली चलाने से पहले हिंदू और मुस्लिमों को अलग-अलग होने और कलमा पढ़ने को कहा था.
कांग्रेस नेता अजय राय ने राफेल को बताया खिलौना
कांग्रेस नेता अजय राय मोदी सरकार का विरोध करते-करते सेना का अपमान कर बैठे. उन्होंने एक खिलौने वाले हेलिकॉप्टर पर राफेल लिखा, फिर उस पर नींबू-मिर्च लटकाई. अजय राय की यह बचकानी हरकत लोग को रास नहीं आ रही है. लोगों का कहना है कि देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल के नेता द्वारा किस प्रकार से हथियारों और लड़कू विमानों का मजाक उड़ाकर, सेना का मनोबल गिराया जा रहा है. अगर विरोध जताना ही है तो तरीका कोई दूसरा भी हो सकता था.
विपक्षी नेताओं की पाकिस्तान में क्यों हो रही तारीफ?
पाकिस्तान में भारत के विपक्षी नेताओं की तारीफ का सिलसिला 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमला के बाद शुरू हुआ. इसकी वजह है उनके राजनीति से प्रेरित बयान. पाकिस्तान विपक्षी नेताओं के बयानों को ‘नैरेटिव वार’ के रूप में लेकर दुनिया भर में प्रचारित कर रहा है, कि पहलगाम हमले पर मोदी सरकार के साथ विपक्ष ही नहीं खड़ा है. पाकिस्तान, भारत के विपक्षी नेताओं के बयानों का सहारा लेकर दुनिया को यह दिखाना चाहता है कि पहलगाम हमले में हमारी कोई साजिश नहीं है.
आतंकियों ने हिंदू सुनते ही मार दी गोली: पीड़ित
सुरक्षा बलों की वर्दी में आए पाकिस्तानी आतंकियों ने लोगों से पहले धर्म पूछा, फिर उनके मुंह से हिंदू शब्द सुनते गोली मार दी. साथ ही यह भी जानकारी निकल कर समाने आई है कि आतंकियों ने लोगों से कलमा सुना और उनके शरीर को चेक किया, जब इस बात की पुष्टि हुई कि वह मुस्लिम है…तब जाकर उन्हें छोड़ा.
पाकिस्तान प्रायोजित पहलगाम हमले में 27 लोगों की जान गई. जिसके बाद, भारत समेत दुनिया भर में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. हालांकि, वोट बैंक के लिए भारत में कई ऐसे दल हैं, जो इस हमले के स्वरूप को ही बदलकर ‘हिंदू ने ही हिंदुओं को मारा’ यह साबित करना चाहते हैं.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद एक्शन में मोदी सरकार
पहलगाम आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार पाकिस्तान को लेकर सख्त कदम उठा रही है. सरकार ने पाकिस्तान के साथ हुए सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया है. साथ ही किसी भी प्रकार के आयात-निर्यात पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है. जिसके चलते पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान अब और बदहाली को ओर जा रहा है.
मोदी सरकार ने पाकिस्तान पर भारतीय हवाई और जल क्षेत्र का उपयोग करने पर भी पाबंदी लगा दी है. साथ ही पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार के राजनीयिक संबंध रखने से भी मनाकर दिया गया है. पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक कर उन्हें आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने की खुली छूट दी है. साथ ही लगातार बैठकों का दौरा जारी है. यह तो तय है कि आतंकियों और उनको पनाह देने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी.