गाजियाबाद: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में हुए नरसंहार के बाद कुछ मुस्लिम लोग आहत हुए हैं. आतंकियों की इस बर्बरता ने इन्हें इस कदर झकझोर कर रख दिया कि उन्होंने अपना धर्म बदलकर सनातन धर्म अपनाना लिया. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का है. यहां, नेहा खान नाम की युवती पहलगाम में आतंकी हमले में 28 लोगों की मौत से आहत होकर वैदिक मंत्रोच्चार और रीति-रिवाज के साथ हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया. इसी तरह इंदौर और पशचिम बंगाल में भी 2 मुस्लिम युवकों ने सनातन धर्म अपना लिया.
बता दें कि 22 अप्रैल दिन मंगलवार को कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने वहां घूमने आए पर्यटकों से धर्म पूछकर उनपर हमला कर दिया था. आतंकियों के बर्बरतापूर्ण हमले में 28 पर्यटकों की मौत हो गई थी. इसके बाद सऊदी अरब की यात्रा पर गए PM मोदी ने अगले दिन वापस आकर अपात बैठक की थी. इस आतंकी हमले की अमेरिका, रूस, फांस और सऊदी अरब समेत अन्य कई देशों ने कड़ी निंदा की थी. साथ ही भारत की हर संभव मदद देने को भी कहा था. वहीं, आतंकियों की इस कायराना हरकत को लेकर देशभर के लोग अभी भी आक्रोश प्रकट कर रहे हैं. साथ ही भारत सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ इस बार सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं. वहीं, इस आतंकियों की इस कायराना हरकत के कारण कुछ लोगों ने मुस्लिम धर्म का त्यागकर हिंदू धर्म अपना लिया है.
गाजियाबाद की नेहा खान ने छोड़ा इस्लाम-
गाजियाबाद में नेहा खान ने पहलगाम में हुए आतंकी बर्बरता से आहत होकर वैदिक मंत्रोच्चार और रीति-रिवाज से हिंदू धर्म अपना लिया है. साथ ही अपना नाम बदल कर नेहा खान से नेहा शर्मा रख लिया है. युवती ने एक वीडियों जारी कर कहा कि हमारे पूर्वज हिंदू थे. मुसलमानों ने आतंक फैलाकर हमारे पूर्वजों को इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया. पहलगाम में हुई आतंकी घटना से मैं आहत हूं. वहीं, नेहा ने आगे ‘जय श्री राम’ का उद्घोष करते हुए कहा कि मैने अपनी मर्जी से सनातन धर्म अपनाया है. किसी ने कोई दबाव नहीं बनाया है. पहलगाम में जो कुछ भी हुआ, ऐसा किसी के साथ भी न हो. वर्तमान में आतंकवाद काफी बढ़ता जा रहा है. इस धरती पर सिर्फ सनातन रहे और कोई न रहे. नेहा ने कहा कि सभी से मेरी गुजारिश है कि मेरी रक्षा करें औऱ मुझे अपनी बहन माने. मेरे मुस्लिम होने के बारे में न सोचें. केवल यही सोंचे कि अब मैं सनातन धर्म से हूं.
इंदौर में ‘शहाबुद्दीन’ बने ‘श्यामलाल’-
इंदौर में कुलकर्णी भट्टा क्षेत्र के शहाबुद्दीन का पहलगाम आतंकी हमले से क्षुब्ध होकर हृदय परिवर्तन हो गया. इसके बाद उन्होंने सनातन धर्म में वापसी कर ली. शहाबुद्दीन ने हिंदू धर्म अपनाकर अपना नाम श्यामलाल रख लिया. श्यामलाल ने बताया कि वो सैय्यद निजामुद्दीन की दरगाह पर करीब 40 साल से सेवा कर रहे थे. लेकिन अब उन्होंने वहां हनुमान चालीसा, रामायण और सुंदरकांड का पाठ शुरू करने का फैसला लिया है. श्यामलाल की घर वापसी के अवसर पर दरगाह परिसर में हनुमान चालीसा और भंडारे का भी आयोजन किया गया था. इसमें क्षेत्र के अन्य मुस्लिम लोगों ने भी इसमे भाग लिया था. श्यामलाल ने बताया कि वो पहले सनातनी ही थे, लेकिन कव्वाली से प्रभावित होकर मुस्लिम धर्म अपना लिया था. इधर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में उन्हें ये सोंचने पर मजबूर कर दिया था कि कोई कैसे किसी को धर्म के नाम पर मार सकता है.
पश्चिम बंगाल के शिक्षक साबिल हुसैन ने की सनातन धर्म में वापसी-
कोलकाता के साबिर हुसैन नाम के शिक्षक ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले से क्षुब्ध होकर इस्लाम धर्म छोड़ दिया. साबिर हुसैन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा कि देश और दुनियाभर में बहुत से आतंकी हमले हुए हैं, लेकिन पहलगाम में जिस तरह से आतंकवादियों ने धर्म पूछकर पर्यटकों की जान ली उससे मैं स्तब्ध हूं. उन्होंने कहा कि अबतक मैं जानता था कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन पहलगाम में हुई घठना ने ये सोजने पर मजबूर कर दिया कि आतंक का धर्म होता है. कहा कि एक शिक्षक होने के नाते मैं इस घटना को लेकर काफी शर्मिंदगी महसूस कर रहा हूं और इसी लिए इस तरह का कठिन निर्णय लेने के लिए मजबूर हुआ हूं. उन्होंने कहा कि उनका किसी भी धर्म या समाज को अपमानित करने का कोई उद्देश्य नहीं है. वहीं, साबिर ने कहा कि उन्होंने किसी के दबाव में आकर धर्म परिवर्तन नहीं किया है.