कानपुर: कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में कानपुर के शुभम द्विवेदी ’31 वर्ष’ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वह अपनी पत्नी और परिवार के 11 सदस्यों के साथ कश्मीर घूमने गए थे. इसी दौरान आतंकियों ने नाम पूछ कर सिर पर गोली मार दी.
पति-पत्नी घुड़सवारी करने गए थे पहाड़ियों पर
परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि शुभम और उनकी पत्नी एशान्या घुड़सवारी करते हुए पहाड़ियों पर गए हुए थे. सभी बाकी लोग नीचे ही थे लेकिन एकाएक वहां भगदड़ मच गई और कुछ देर बाद जानकारी हुई कि आतंकियों ने गोली बारी शुरू कर दी है.
नाम पूछा फिर मार दी गोली
मृतक के चचेरे भाई सौरभ ने बताया कि भाभी एशान्या ने फोन पर जानकारी दी कि आतंकी सेना की वर्दी पहन कर आए और अंधा-धुंध गोलियां चलाने लगे. जिससे वहां पर भगदड़ मच गई. इस दौरान एक आतंकी शुभम के पास आया और उसका नाम पूंछा फिर सिर पर गोली मार दी. जिससे वह जमीन पर ही गिर गए. सूचना पर पहुंची पुलिस और सेना के जवानों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया.
पहाड़ी के नीचे मौजूद घर के बाकी सदस्यों को घटना की सूचना हुई तो वह लोग अपने बेटे और बहू को ढूंढने निकले, शाम को जब मृतकों में उनके बेटे की पहचान हुई तो इसकी सूचना कानपुर में फोन कर दी गई.
सीमेंट व्यापारी के बीते थे शुभम द्विवेदी
बता दें कि शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी कानपुर में सीमेंट व्यापारी हैं. उनका परिवार महाराजपुर थाना क्षेत्र के हाथी गांव का रहने वाला है. कुछ समय से सभी लोग चकेरी थाना अंतर्गत श्याम नगर में रहते हैं. शुभम की 12 फरवरी 2025 को शादी हुई थी. 17 अप्रैल को वह अपनी पत्नी के साथ कश्मीर घूमने गए थे.
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साथ में उनकी मां सीमा, पिता संजय, बहन आरती, बहनोई शुभम दुबे समेत दोनों परिवारों के कुल 11 लोग गए थे. बुधवार को सभी की वापसी थी लेकिन एक दिन पहले ही आतंकी हमला हो गया.
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