Promotion of Tourism: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद से धार्मिक स्थलों व पर्यटन क्षेत्र में काफी विकास हुआ है. धार्मिक स्थलों वाले शहरों में न केवल धार्मिक महत्व बढ़ा है, बल्कि पर्यटन और आर्थिक विकास भी हुआ है. हाल ही में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने अपने एक बयान में कहा था कि राज्य के छोटे-छोटे धार्मिक क्षेत्रों को बड़े शहरों से जोड़ा जाएगा, जिससे पार्टन क्षेत्र को और अधिक बढ़ावा मिलेगा. आइए जानते हैं कि योगी सरकार के कार्यकाल में कौन-कौन से शहरों का विकास हुआ है.
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की प्रतीक्षा बीते कई वर्षों से लोग करते चले आ रहे थे. लेकिन, प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद साल 2020 में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया था. वहीं, अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. जनवरी 2024 में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक लगभग 13.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं.
बरेली के नाथ कारिडोर के विकास पर खर्च होंगे 67 करोड़ रुपये
नाथ कारिडोर के मंदिरों के विकास के लिए 66.76 करोड़ रुपये की 13 परियोजनाओं को पर्यटन विभाग ने स्वीकृति प्रदान कर दी है. पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि नाथ कारिडोर के अंतर्गत अलखनाथ मंदिर का 11.67 करोड़ की लागत से विकास कार्य होगा. तुलसीमठ के विकास पर 9.71 करोड़, तापेश्वरनाथ मंदिर के विकास पर 8.37 करोड़, नाथ कारिडोर के तहत त्रिवटीनाथ मंदिर के विकास पर 6.56 करोड़ और पशुपतिनाथ मंदिर के विकास के लिए 2.10 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं.
नैमिषारण्य में हो रहा विकास
योगी सरकार ने नैमिषारण्य विकास के लिए 200 करोड़ रुपये का बजट दिया है. जिसके वजह से शहर में निरंत विकास कार्य चल रहा है. इसमें से 100 करोड़ वेद विज्ञान केंद्र की स्थापना और 100 करोड़ रुपये पर्यटकों की सुविधाओं के लिए प्रस्तावित किए गए हैं.
काशी-वाराणसी का हुआ विकास
वाराणसी, जिसे काशी भी कहा जाता है. हिंदू धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है. योगी सरकार ने वाराणसी के विकास के लिए कई परियोजनाएं शुरू की हैं. इनमें गंगा नदी के किनारे घाटों का सौंदर्यीकरण, शहर की सड़कों का सुधार, और पर्यटन सुविधाओं का भी विकास हुआ है.
मथुरा कृष्ण जन्मभूमि का विकास
मथुरा भगवान कृष्ण की जन्मभूमि है, और यह शहर हिंदू धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है. मथुरा और वृंदावन में श्रीकृष्ण जन्मभूमि क्षेत्र के विकास पर सरकार ने विशेष ध्यान दिया है. यहां सड़क, परिवहन, रुकने की सुविधाएं और सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई सरकार ने कई योजनाएं शुरू की गई हैं, जिससे न केवल स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिला है, बल्कि हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर भी मिले हैं.
पर्यटन से आर्थिक विकास और रोजगार
उत्तर प्रदेश में बढ़ते पर्यटकों के वजह से रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं. पर्यटन स्थलों पर होटलों, रेस्टोरेंट, ट्रांसपोर्ट, गाइड सेवाओं, हस्तशिल्प और अन्य स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिला है.
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