प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के चर्चित माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को आज दो साल पूरे हो गए. 15 अप्रैल 2023 को प्रयागराज में पुलिस कस्टडी के दौरान दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. यह घटना उस समय हुई जब पुलिस दोनों को मेडिकल जांच के लिए काल्विन अस्पताल लेकर जा रही थी. हत्यारोपी लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया था.
हत्या से ठीक दो दिन पहले अतीक का बेटा असद, झांसी में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था. तीनों को प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में एक साथ दफनाया गया. आज दूसरी बरसी पर भी वहां सन्नाटा पसरा रहा. कोई करीबी गमी देने और फातिहा पढ़ने नहीं पहुंचा.
इस केस में कोर्ट में चार्जशीट 13 जुलाई 2023 को दाखिल हुई थी. अब तक 48 सुनवाई हो चुकी हैं, लेकिन आरोपियों की पेशी में देरी और अधिवक्ता की अनुपलब्धता के कारण गवाही पूरी नहीं हो पाई है. अगली सुनवाई 21 अप्रैल को फास्ट ट्रैक कोर्ट में होनी है.
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद परिवार की स्थिति भी बदहाल है. अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा और बहन आयशा नूरी फरार हैं. तीनों पर इनाम घोषित है. वहीं, उमेश पाल हत्याकांड में शामिल गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान बिहारी भी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.
अतीक-अशरफ की मौत से भले ही उनका साम्राज्य खत्म हो गया हो, लेकिन उनका मामला अब भी राजनीति, कानून और अपराध की दुनिया में सुर्खियों में बना हुआ है.
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