नई दिल्ली: अमेरिका की जानी मानी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा झटका दिया है. डोनाल्ड ट्रम्प ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की 2.2 अरब डॉलर यानी कि करीब 18 हजार करोड़ रुपए की दी जाने वाली फंडिंग पर रोक लगा दी है. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि कैंपस में यहूदी विरोधी गतिविधियां कम होने का नाम नहीं ले रहीं थीं. जिस कारण व्हाइट हाउस को और सख्ती करनी पड़ी.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यहूदी विरोधी कृत्यों पर नकेल कसने में नाकामी के चलते हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी के 2.2 बिलियन डॉलर के अनुदान को रोक दिया है. ट्रंप प्रशासन का कहना है कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में यहूदी छात्रों और प्रोफेसरों के खिलाफ भेदभाव हो रहा है. ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को मिलने वाले 9 अरब डॉलर के फंड की समीक्षा शुरू कर दी थी. हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोलंबिया यनिवर्सिटी को भी झटका दे चुके हैं. सरकार ने कोलम्बिया विश्वविद्यालय को मिलने वाली 33 अरब डॉलर की सहायता को रोक दिया है.
बता दें, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को डेमोक्रेटिक मूल्यों का गढ़ माना जाता रहा है लेकिन हाल के सालों में वहां कुछ खास विचारधाराओं का सपोर्ट या कुछ का विरोध दिख रहा है. खासकर 7 अक्टूबर को हमास के इजरायल पर हमले के बाद से इजरायल भी हमास के गढ़ यानी गाजा पट्टी पर हमलावर है. इसे लेकर अमेरिका के कई कॉलेजों में प्रोटेस्ट शुरू हो गए है.
2019 में हावर्ड देश विरोधी गतिविधियों में JNU और AMU का कर चुका है समर्थन-
साल 2019 में JNU और AMU के छात्रों ने पाकिस्तान समर्थक और भारत विरोधी नारे लगाए थे. इसके खिलाफ IPC की धारा 124-A के तहत देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था. तब अमेरिका के हावर्ड विश्वविद्यालय समेत दुनियां की कई यूनिवर्सिटीज ने JNU और AMU के छात्रों का समर्थन किया था. इसी तरह, जेएनयू, और एएमयू से 15 राष्ट्र विरोधी गतिविधियां सामने आई थीं. इनमें से 9 राष्ट्र विरोधी घटनाएं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से और 6 घटनाएं जवाहरलाल विश्वविद्यालय से सामने आई थीं.
AMU के छात्रों की देश विरोधी गतिविधि-
13 नवंबर साल 2023 में AMU के छात्र अब्दुल समद मलिक और फैजान बख्तियार नाम के छात्र अलीगढ़ ISIS मॉड्यूल से जुड़े थे. ये अपने जिलों के युवाओं को कट्टरपंथी बनाते थे और चरमपंथी विचारधाराओं को बढ़ावा देते थे. इससे पहले 21 जुलाई साल 2023 को NIA ने AMU के 19 वर्षीय छात्र फैजान अंसारी को आतंकवादी संगठन ISIS से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
JNU के छात्रों की देश विरोधी गतिविधि-
वहीं, बात करें अगर JNU की तो 1 अक्टूबर 2023 को अज्ञात व्यक्तियों ने दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में दीवारों को विरूपित किया, और उन पर “फ्री कश्मीर” और “भगवा जलेगा” जैसे नारे लिखे थे. इससे पहले 6 August 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुचेद 370 को खत्म करने के भारत सरकार के फैलसे के बाद 6 अगस 2019 को JNU मे देश विरोधी नारे लगाए गए थे, जहाँ “आजादी” जैसे नारे लगे थे. इतना ही नहीं प्रदर्शन कारियों के समूह ने सेना के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया था और खुद को भारतीय बताने से भी परहेज किया था.