कानपुर: जिले से एक चौकाने वाली घटना सामने आई है. यहां, नौबस्ता क्षेत्र निवासी एक मजदूर की ’16 वर्षीय’ बेटी पड़ोसी सौरभ मिश्रा की छोटी बेटी को कोचिंग पढ़ाती थी. सौरभ की पत्नी ने 29 मार्च को बाजार चलने के बहाने किशोरी को घर बुलाया. किशोरी पहुंची तो घर में सौरभ व उसकी दो महिला मित्र पलक व सुमन ही मिलीं. किशोरी ने सौरभ की पत्नी को फोन किया तो उसने कहा कि तुम सौरभ के साथ चली जाओ. किशोरी सौरभ व उन दो महिलाओं के साथ कार से चली गई.
पनीर खिलाकर किया बेहोश
रास्ते में उन लोगों ने किशोरी को पनीर खिलाया, जिससे वह बेहोश हो गई. होश आया तो रात हो गई थी. सौरभ से पूछने पर उसने कहा कि रिश्तेदार के घर जा रहे हैं. वह, उसे जयपुर के खोनागुरिया के प्रेमनगर निवासी गायत्री नाम की महिला के फार्म हाउस लेकर पहुंच गए. उसे खाना खिलाया गया, जिसके बाद वह फिर बेहोश हो गई. होश आया तो वह राजस्थान के सीकर में नरोत्तम नाम के युवक के घर में थी.
शबाना ने किशोरी को बाहर निकलने में की मदद
उसे बताया गया कि सामूहिक विवाह समारोह में नरोत्तम से उसका विवाह हुआ है. उसे फोटो भी दिखाई गई. किशोरी ने आत्महत्या की धमकी दी तो नरोत्तम उसे गायत्री के फार्महाउस ले गया. इस दौरान वहां करीब चार साल से बंधक शबाना ने किशोरी को बाहर निकलने में मदद की. बाहर निकलकर उसने एक व्यक्ति के मोबाइल फोन से अपने परिजनों को जानकारी दी. साथ ही वह पास के बस्सी थाने पहुंची और पुलिस को भी बताया.
पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार
जिसके बाद गायत्री व उसके ड्राइवर हनुमान सिंह को गिरफ्तार किया गया है. आरोपित महिला गायत्री सर्व समाज फाउंडेशन के नाम से संस्था चलाती है और सामूहिक विवाह कराने की आड़ में मानव तस्करी गिरोह चला रही थी. पुलिस सौरभ और उसकी पत्नी की तलास में जुटी हुई है.
फाउंडेशन के नाम पर मानव तस्करी व देह व्यापार चल रहा था
बता दें कि, आरोपित महिला जयपुर में गायत्री सर्व समाज फाउंडेशन के नाम से समाजसेवी संस्था चलाती थी. जिसके आंड़ में वह मानव तस्करी व देह व्यापार चला रही थी. वर्ष 2014 से अब तक 15,000 से ज्यादा लड़कियों को सामूहिक विवाह के लिए बेंचा जा चुका है.