लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन कर रही है. इन्हीं योजनाओं में से एक है “सूर्य सखी” योजना. इस योजना के तहत राज्य के प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक सूर्य सखी की तैनाती की जाएगी, जो महिलाओं को रोजगार देने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा से जुड़े उत्पादों का प्रचार और विक्रय करेंगी. इससे राज्य की 57,702 ग्राम पंचायतों में महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) का नया रास्ता खुलेगा.
क्या है सूर्य सखी योजना?
योगी सरकार की यह योजना महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार की गई है. इस योजना के तहत, हर ग्राम पंचायत में एक महिला को सूर्य सखी के रूप में नियुक्त किया जाएगा. इसके साथ ही, राज्य के प्रत्येक ब्लॉक में चार सोलर शॉप स्थापित की जाएंगी, जिनका संचालन भी महिलाएं ही करेंगी. इससे कुल 61,006 महिलाओं को रोजगार मिलेगा. इन सोलर शॉप्स में सोलर उत्पादों जैसे सोलर फ्रीजर, सोलर कोल्ड स्टोरेज, सोलर आटा चक्की, सोलर ड्रायर, सोलर वाटर पंप आदि का प्रचार और बिक्री की जाएगी.
महिलाओं को रोजगार कैसे मिलेगा?
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (UPSRLM) को इस योजना को लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. मिशन के अधिकारियों के मुताबिक महिलाएं सोलर उत्पादों के उपयोग और बिक्री के माध्यम से आत्मनिर्भर बनेंगी और उन्हें रोजगार मिलेगा. इस योजना के तहत, अगले तीन वर्षों के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है, जिसके अनुसार हर मंडल में एक सोलर उत्पाद निर्माण इकाई स्थापित की जाएगी.
राज्य में 3,304 सोलर शॉप्स खोली जाएंगी
राज्य के 826 ब्लॉकों में चार सोलर शॉप स्थापित की जाएंगी, कुल मिलाकर 3,304 सोलर शॉप्स खोली जाएंगी, जिनका संचालन महिलाएं करेंगी. इन शॉप्स से जुड़े उत्पादों को गांवों में रहने वाली महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों के माध्यम से वितरित किया जाएगा.
Women Empowerment; सूर्य सखी को दिया जाएगा प्रशिक्षण
सूर्य सखी के रूप में तैनात महिलाओं को सोलर पैनल और सोलर लाइट के रखरखाव और मरम्मत की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. साथ ही, इन महिलाओं को उनकी सेवा के बदले 2.5 प्रतिशत कमीशन भी मिलेगा. यूपी राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने इस कार्य के लिए ‘प्रेरणा ओजस’ नामक एक कंपनी बनाई है, जो इन महिलाओं को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करेगी. सूर्य सखी योजना महिलाओं को रोजगार, आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण (Women Empowerment) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन क्या है?
ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) एक महत्वपूर्ण सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण और आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है. इसके तहत, 13 राज्यों के 77 जिलों में वित्तीय साक्षरता और सेवा वितरण केंद्र खोले गए हैं. ये केंद्र ग्रामीण महिलाओं को वित्तीय सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें वित्तीय साक्षरता भी प्रदान कर रहे हैं. NRLM का स्ट्रक्चर ही ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.