अयोध्या: समाजवादी पार्टी के फैजाबाद (अयोध्या) से सांसद अवधेश प्रसाद ने रामनवमी के मौके पर प्रभू श्री राम की जन्मभूमि पहुंचकर भगवान राम की पूजा अर्चना की. 2019 में सुप्रीम कोर्ट का फैसला और मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद यह उनकी पहली यात्रा थी. वे समाजवादी पार्टी के पहले नेता हैं, जिन्होंने स्थानीय होने के बाद भी लगभग छह साल बाद प्रभू राम की पवित्र जन्मभूमि का दौरा किया है.
इस दौरान अवधेश प्रसाद ने मीडिया से बातचीत में कहा, “राम हमारे रोम-रोम में हैं और हम भाग्यशाली हैं कि हमारा जन्म अयोध्या में हुआ. आज हमने अपने परिवार के साथ भगवान राम की पूजा की और देशवासियों के लिए सुख-समृद्धि की कामना की.” इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जल्द ही राम जन्मभूमि के दर्शन करने आएंगे.
लोकसभा चुनाव के दौरान नहीं बोला था ‘जय श्री राम’
बीते वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद अयोध्या से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने जय श्री राम बोलने से इनकार कर दिया था. एक मीडिया चैनल पर इंटरव्यू के दौरान जब उनसे कहा गया की जय श्री राम बोलें तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा था कि मैं जय श्रीराम नहीं बोलूंगा, मेरा इन चीजों से कोई मतलब नहीं है. ये सब बेकार की बात है. इस बयानी को भी उनकी मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा था.
मैं जय श्रीराम नहीं बोलूंगा ,, मेरा इन चीजों से कोई मतलब नहीं है।
ये सब बेकार की बात है -: अवधेश प्रसाद, सपा सांसद, अयोध्या (फैजाबाद)
आज यह दोगला मंदिर, रामायण, और सब जगह घूम रहा है.. 👇👇 pic.twitter.com/pyqLOcVXOg
— Sudhir Mishra 🇮🇳 (@Sudhir_mish) February 5, 2025
गले में जय श्री राम के पट्टे पर जताई थी आपत्ति
वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद जब एक न्यूज चैनल ने उनसे इस फटके के बारे में पूछा तो उन्होंने सीधे तौर पर इससे किनारा कर लिया था. ‘मेरे गले में यह जय श्री राम का पट्टा मेरा डाला हुआ नहीं है मैं इन सबको फालतू समझता हूं एक कोई शुक्ला जी कार्यकर्ता है उन्होंने जबरदस्ती मेरे गले में यह पट्टा डाल दिया मेरी विचारधारा एकदम साफ है’ इसको भी उनकी मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा था.
पत्रकार :- आईये बात करते हैं अयोध्या के नए सपाई सांसद अवधेश प्रसाद जी से जिन्होंने अपने गले में जय श्री राम का पट्टा डाला हुआ है
अयोध्या के नए नवेले सपाई सांसद अवधेश प्रसाद :- “किसी शुक्ला जी ने हमारे गले मे ‘जय श्री राम ’ का पट्टा डाला और हमने पहन लिया , ये पट्टा हमने ना… pic.twitter.com/2BxvKnvU2G
— Asheesh Chaturvedi (@AsheeshChaturv1) June 7, 2024
अयोध्या की मिल्किपुर सीट से मिली हार
इस गलत बयानी के चलते सांसद बनने के बाद खाली हुई मिलकीपुर सीट पर उपचुनाव में उनके बेटे हार गए. उनके इस गलत बयानी के कारण अयोध्या के मतदाता भी बेहद नाराज थे. उनके बयानों से देश की नहीं विदेशों में भी अयोध्या वासियों की किरकिरी हुई थी.
सपा और राम जन्मभूमि से जुड़ी पुरानी यादें
यही नहीं, सपा सांसद का यह बयान अयोध्या के इतिहास से जुड़े कुछ काले पन्नों को भी पलटता है. वर्ष 1990 में अयोध्या गोलीकांड में पुलिस ने बाबरी मस्जिद के पास जुटे कारसेवकों पर गोलियां चलाईं थीं, जिससे अनगिनत कारसेवक मारे गए थे. राज्य सरकार के आंकड़ों में इनकी संख्या 40 थी. तब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव थे.
मुलायम सिंह यादव ने कहा था ‘दर्दनाक लेकिन जरूरी’
इस घटना के बाद मुलायम सिंह यादव का राजनीतिक कद गिरा और 1991 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. हालांकि, 1993 के चुनावों में कांशीराम की मदद से वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. गोलीबारी के फैसले को लेकर मुलायम सिंह यादव ने इसे “दर्दनाक लेकिन जरूरी” बताया था, उन्होंने काहा शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया था.