आगरा: सपा के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के आगरा के आवास पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. ये प्रदर्शन मेवाड़ के शासक राणा सांगा पर अभद्र टिप्पणी करने के बाद किया गया. लोगों का प्रदर्शन उग्र होने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची. कार्यकर्ताओं की पुलिस से भी नोकझोक हुई. हालांकि थोड़ी देर बाद पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर कार्यकर्ताओं को वहां से हटा दिया.
PDA के नाम पर राजनीति करने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ से तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है. अखिलेश ने कहा कि PDA के एक सांसद के खिलाफ हो रहा अत्याचार जब नहीं रोकी नहीं जा सकती है, तो फिर जीरो टॉलरेंस तो जीरो होना ही है. हालांकि सपा हमेशा से ही दलित विरोधी मानसिकता वाली रही है और दलितों को लेकर सपा की सोंच पहले भी उजागर होती रही है. लेकिन सपा PDA के नाम पर राजनीति करने से बा नहीं आ रही है.
2 जून 1995 को मीराबाई मार्ग स्थित स्टेट गेस्ट हाउस नंबर के करमा -1 में बसपा प्रमुख मायावती मीटिंग कर रही थीं. इसी बीच सपा के कार्यकर्ताओं ने गेस्टहाउस पर हमला कर दिया था. किसी तरह मायावती ने अपने को कमरे में बंद कर लिया था. बाहर से सपा के विधायक और समर्थक दरवाजा तोड़ने पर अमादा थे. इस बीच अपनी जान पर खेलकर बीजेपी विधायक ब्रम्हदत्त द्विवेदी मौके पर पहुंचे और सपा विधायकों और समर्थकों को पीछे ढकेला. ऐसे में सपा का PDA को लेकर कुत्सित सोच आज की नहीं है.
बता दें, समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने मेवाड़ के शासक राणा सांगा पर बीते 21 मार्च को विवादित टिप्पणी की थी. सांसद रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा को गद्दार कहा था. इसी के बाद से ही रामजी लाल सुमन का चौतरफा विरोध हो रहा था. इस मामले को लेकर राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित अन्य कई बड़े नेताओं ने सांसद के बयान पर आपत्ति जताई थी. इतना ही नहीं करणी सेना ने रामजी लाल सुमन के खिलाफ इनाम का भी ऐलान किया था.