लखनऊ: राजधानी में इन दिनों मुगल आक्रांता औरंगजेब और गाजी की मजारों का मुद्दा जोरशोर से गरमाया हुआ है. भारतीय गौ सेवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी ने ‘खोदो और ढूंढो’ अभियान के तहत लखनऊ BJP मुख्यालय की दीवारों पर पोस्टर लगाया है. इस पोस्टर में औरंगजेब के खिलाफ “हल्ला बोल” का नारा दिया गया है. वहीं, महाराष्ट्र में अभी तक औरंगजेब की कब्र का मामला थमा नहीं है, कि अब उत्तर प्रदेश के बहराइच में सैयद सालार मसूद गाजी को लेकर विवाद छिड़ गया है.
बता दें कि भारतीय गौ सेवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी ने ‘खोदो और ढूंढो’ अभियान के तहत लखनऊ BJP मुख्यालय की दीवारों पर पोस्टर लगाया है. इसके बाद से यूपी में औरंगजेब और गाजी की मजार को लेकर राजनीति अब पूरी तरह से गरमा गई है. इस पोस्टर में लिखा है कि औरंगजेब की मजार के खिलाफ यूपी में हल्ला बोल. औरंगजेब का महिमा मंडन यूपी में नहीं बर्दाश्त. औरंगजोब और गाजी की मजार यूपी में “ढूंढ़ों और खोदो अभियान”.
भारतीय गौ सेवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी का कहना है कि मैने आज ये जो ये पोस्टर भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय के बाहर लगाया है, उसके पीछे का उद्देश्य ये है कि ये देश राम, कृष्ण, गौतम और अन्य सभी हमारे महान जो लोग हैं ये उनका देश है. ये जो गाजी जैसे लोगों हैं उनका देश नहीं है और मैं पूरी तरह से इसका विरोध करता हूं.
देवेंद्र तिवारी ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में जहां पर भी इन मुगल आक्रांताओं की मजारें हैं, उनको खोद कर तत्काल फेंका जाना चाहिए. क्योंकि ये हमारे देश के नायक नहीं हैं बल्कि हमारे देश के लुटेरे हैं और हमारे लिए कलंक हैं. उनकी याद में किसी भी तरह का आयोजन करना या उतसव मनाना ढोंग है. उन्होंने कहा कि जो राष्ट्रवादी लोग हैं और जो इस बात को मानते हैं कि अगर ये सही है तो ऐसे लोगों को हमारा समर्थन कना चाहिए.